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संत की शरण में पहुंचे प्रभात झा -अब दूसरी दिशा में आगे बढऩे का दावा

संत की शरण में पहुंचे प्रभात झा -अब दूसरी दिशा में आगे बढऩे का दावा

भोपाल । प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा आजकल अपने अनौखे ट्वीट्स के कारण चर्चा में है। पिछले कुछ दिन से प्रभात जी लगातार नसीहत भरे ट्वीट कर रहे हैं। उन्होंने एक ट्वीट में दावा किया है कि-हम पीछे नहीं हट रहे हैं...हम तो दूसरी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसी बीच प्रभात झा दिगम्बर जैन संत आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शन करने नेमावर पहुंचे जहां उन्होंने आचार्यश्री से जीवन को सहज और सरल बनाने के सूत्र पूछे।
प्रदेश भाजपा में आजकल प्रभात झा की मन:स्थिति को लेकर चर्चा तेज हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष रहते प्रभात झा ने संगठन को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। वे अपने समय के सबसे अधिक प्रवास करने वाले, सबसे अधिक सक्रिय और मेहनती अध्यक्ष थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ लंबे समय तक मुहिम चलाने वाले प्रभात झा के पास फिलहाल संगठन की कोई जिम्मेदारी नहीं है। पिछले कुछ दिनों से वे अपने ट्वीटर अकाउंट पर लगातार नसीहत भरी बातें लिख रहे हैं। ऐसा लगता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने के बाद प्रभात झा का रूख राजनीति के बजाए अध्यात्मिक हो गया है।  अचानक आचार्यश्री के शरण में जाना और ट्वीटर पर उनकी शब्दावली से यही अर्थ निकाले जा रहे हैं।
प्रभात जी के ट्वीटर से
1-श्रेष्ठ  लोगों का कहना है कल की चिंता के बजाए वर्तमान को मजबूत बनाएं जिससे आने वाला कल स्वत: ही ठीक हो जाएगा।
2-दुर्गंध की गति सुगंध से तेज होती है।
3-असाधारण होकर भी जो साधारण दिखे, उसे समाज सहेज स्वीकार करता है।
4- राजनीति में जो क्रिकेट की समझ रखता है, उसे कभी तकलीफ नहीं होती।
5-अंधेरे की शिकायत करने से बेहतर है, दीया जलाना।
6-हम पीछे नहीं हट रहे हैं, हम तो एक दूसरी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
7-जो इंतजार करता है, उसके पास हर चीज आती है।
8-किसी इंसान को अपनी गलती मानने में कभी शर्म नहीं आनी चाहिए, क्योंकि दूसरे शब्दो में वह कह रहा है कि वह कल के मुकाबले आज ज्यादा समझदार हो गया है।
9-इंसान का बाहरी व्यवहार दिखाई देता है, लेकिन अंदर का व्यवहार लोगों को दिखाई नहीं देता। इसी वजह से इंसान का आंतरिक विकास जल्दी नहीं हो पाता।
10- बहुत से वक्ताओं ने जब गहराई की कमी होती है, तो वे लंबाई बढ़ा देते हैं।
 

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