
ऑस्ट्रेलिया दौर में अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम इंडिया को मिली भारी सफलता के बाद रहाणे को ही कप्तान बनाये जाने की मांग उठने लगी है। इस सीरीज में टीम इंडिया ने पहले मैच में मिली हार के बाद शानदार वापसी की और नियमित कप्तान विराट की गैरमौजूदगी में 2-1 से सीरीज अपने नाम की। अपने पहले बच्चे के जन्म के कारण विराट सीरीज के पहले टेस्ट मैच के बाद भारत लौट गए थे जबकि इस मैच में भारतीय टीम को करारी हार मिली थी। इसके बाद रहाणे की कप्तानी में टीम ने शानदार वापसी कर जीत दर्ज की हालांकि रहाणे की कप्तानी में मिली जीत के बाद विराट से कप्तानी लेकर रहाणे को दिए जाने की भी सोशल मीडिया पर मांग उठने लगी है। विराट की आलोचना पर गेंदबाजी कोच अरुण भगत ने आलोचकों को करारा जवाब दिया है। अरुण ने कहा कि आज टीम जो उपलब्धियां हासिल कर रही है और जो भी बदलाव उसमें आये हैं उसके पीछ विराट ही हैं।
उन्होंने कहा कि कोहली और कोच रवि शास्त्री ने इस टीम को निडर और आक्रामक टीम में बदलने के लिए काफी प्रयास किये जा अब नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग आज विराट के खिलाफ लिख रहे हैं, उनसे मैं एक चीज कहना चाहूंगा कि कोहली की कप्तानी में भारत ने 20 में से 14 सीरीज में जीत हासिल की जिसका मतलब उनकी जीत का रिकॉर्ड 70 प्रतिशत से ऊपर है। उनके नेतृत्व में फिटनेस कल्चर, तेज गेंदबाजी और फील्डिंग सभी का स्तर ऊपर उठा है। उन्होंने कहा कि यदि आप सभी फॉर्मेट के कप्तान को देखते हैं तो विराट का रिकॉर्ड सबसे बेहतर में से एक होगा।
विराट ही रहेंगे कप्तान : रहाणे
इंग्लैंड के खिलाफ पांच फरवरी से शुरु हो रही सीरीज के लिए भारतीय टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि विराट कोहली ही टीम के कप्तान बने रहेंगे। रहाणे ने कहा कि जरुरत के समय पर टीम की कमान संभाल कर ही वह खुश हैं। रहाणे ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भी कोई बदलाव नहीं आया है। विराट ही टेस्ट टीम के कप्तान थे और रहेंगे जबकि मैं पहले की ही तरह उपकप्तान हूं। उनके नहीं होने पर ही मुझे कप्तानी दी गई थी और मेरा काम टीम इंडिया की सफलता के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना था। उन्होंने कहा कि सिर्फ कप्तान बनना ही महत्वपूर्ण नहीं है। कप्तान की भूमिका आप कैसे निभाते हैं, वह ज्यादा अहम है। अभी तक मैं सफल रहा हूं और उम्मीद है कि भविष्य में भी अच्छे परिणाम दे सकूंगा। रहाणे की कप्तानी में भारत ने पांच में से चार टेस्ट मैच जीते हैं। रहाणे ने साथ ही कहा कि मेरा और विराट का तालमेल हमेशा अच्छा था और आगे भी रहेगा। उसने समय समय पर मेरी बल्लेबाजी को बेहतर करने में सहायता की है। हमने मिलकर टीम के लिए घरेलू मैदान के साथ ही विदेश में भी कई यादगार पारियां खेली है। वह चौथे नंबर पर उतरते हैं और मैं पांचवें पर इसलिए हमारे बीच कई साझेदारियां बनी हैं।
रहाणे ने कहा कि हमने हमेशा एक दूसरे के खेल का सम्मान किया है। हम जब क्रीज पर होते हैं तो विरोधी गेंदबाजी के बारे में बात करते हैं। जब हम दोनों में से कोई खराब शॉट खेलता है तो हम एक दूसरे को आगाह कर देते हैं। रहाणे ने विराट को एक चतुर कप्तान बताया है। साथ ही कहा कि वह मैदान पर अच्छे फैसले लेता है। स्पिनरों के गेंदबाजी करने पर वह मेरे फैसले पर काफी भरोसा करता है। उसका मानना है कि अश्विन और जडेजा की गेंदों पर स्लिप में कैच पकड़ना मेरी खूबियों में से है। उन्होंने कहा कि विराट की मुझसे काफी अपेक्षाएं हैं और मैं कोशिश करता हूं कि उन पर खरा उतरने का प्रयास करता हूं।