नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा की शिक्षा समिति की अध्यक्ष एवं विधायक आतिशी ने मंगलवार को दिल्ली कौशल और उद्यमिता विश्वविद्यालय का दौरा कर शिक्षकों एवं छात्रों के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का इरादा एक आला और आकांक्षी विश्वविद्यालय बनाना है, जो शहर के युवाओं को आकर्षित करे। युवाओं को कौशल शिक्षा देना व उनमें उद्यमिता का विकास करना दिल्ली सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कौशल व उद्यमिता विश्वविद्यालय का उद्देश्य ऐसे पाठ्यक्रम की शुरुआत करना है, जो बाजार की मांगों को पूरा कर सके और रोजगार की समस्या को खत्म कर सके। वहीं, विवि की उपकुलपति निहारिका वोहरा ने कहा कि 2021-22 के केंद्रीय बजट में कौशल विकास को महत्व तो दिया गया है, लेकिन भारत जैसे बड़े देश के लिए इस बजट में आवंटित राशि बहुत कम है। दिल्ली कौशल और उद्यमिता विश्वविद्यालय सभी ट्रेडों के लिए खुला हैं। विश्वविद्यालय बहुत जल्द ही अपने अग्रिम सत्र में प्रथम बैच की शुरुआत करने जा रहा है, जिसमे नए पाठ्यक्रम शामिल होंगे। दिल्ली सरकार ने पिछले वर्ष दिल्ली कौशल और उद्यमिता विश्वविद्यालय की शुरुआत की थी। दिल्ली में विवेक विहार, झंडेवालान, द्वारका, पूसा रोड व रजोकरी में स्किल केंद्र हैं, अब दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्य करेंगे। साथ ही बाकी के 16 विश्वस्तरीय कौशल केंद्र, दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय के विस्तारित कैंपस के रूप में कार्य करेंगे। वहीं, दक्षिणी निगम के स्थायी समिति अध्यक्ष राजदत्त गहलोट की ओर से पेश किए गए संशोधित बजट अनुमान 2020-21 और बजट प्रस्ताव 2021-22 पर सदन में चर्चा शुरू हो गई है। मंगलवार को दक्षिणी निगम की सदन की विशेष बैठक में चर्चा हुई। चर्चा में जहां भाजपा के आठ सदस्यों ने बजट पर अपनी राय रखी तो वहीं आम आदमी पार्टी से दो और कांग्रेस से एक पार्षद ने चर्चा में भाग लिया। बुधवार को दूसरे दिन चर्चा होगी। इसके बाद नेता सदन नरेंद्र चावला 11 फरवरी को विशेष बैठक में बजट पेश करेंगे। इस दौरान सदन जिन प्रस्तावों को स्वीकार कर ले, वहीं प्रस्ताव अगले वित्त वर्ष में लागू होंगे।
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युवाओं में कौशल एवं उद्यमिता का विकास दिल्ली सरकार की पहली प्राथमिकता: आतिशी