
इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में रोहित शर्मा को भी गेंदबाजी का अवसर मिला था। रोहित ने इस दौरान 12 गेंदों में 7 रन दिए। टेस्ट क्रिकेट में पहले भी कई पार्ट बार टाइम गेंदबाजों ने गेंद संभाली है।
महेंद्र सिंह धोनी धोनीः इंग्लैंड के 2011 के दौरे में तत्कालीन कप्तान धोनी ने स्वयं गेंदबाजी की जिम्मेदारी अपने हाथ में ली। उन्होंने लॉर्ड्स टेस्ट में 10 ओवर फेंके। दिलचस्प बात है कि उन्होंने केविन पीटरसन को स्टंप्स के सामने ट्रेप किया, हालांकि डीआरएस के कारण यह फैसला धोनी के खिलाफ गया। टेस्ट करियर में धोनी ने 16 ओवर फेंके पर उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला।
विराट कोहलीः वहीं दूसरी टेस्ट सीरीज में विराट कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कुछ ओवर फेंके थे। साल 2011 से 2015 तक कोहली नियमित रूप से कुछ ओवर फेंकते रहे। दो साल के ब्रेक के बाद भारतीय कप्तान दोबारा गेंदबाजी के लिए उतरे। 2017 में श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट की सीरीज में उन्होंने दो ओवर फेंके, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
गौतम गंभीरः पूर्व भारतीय ओपनर ने अपने शानदार करियर में दो ओवर गेंदबाजी की। साल 2012 में नागपुर में इंग्लैंड के खिलाफ धोनी ने तय ड्रॉ मैच में गंभीर को दो ओवर दिये थे।
राहुल द्रविडः केवल एक या दो नहीं पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने 17 साल के अपने लंबे अपने करियर में 20 ओवर गेंदबाजी की। बहुत से दूसरे पार्ट टाइम गेंदबाजों की तरह द्रविड़ ने भी एक विकेट लिया। उनका औसत 39 और इकोनॉमी 1.95 रही। द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ एक विकेट लिया था।
वीवीएस लक्ष्मण: मिस्टर भरोसेमंद के नाम से मशहूर रहे पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने भी टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी की है और दो विकेट भी लिए हैं।