नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में हुई रिंकू शर्मा हत्याकांड मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सुपूर्द होते ही जांच में तेजी आ गई है। स्थानीय पुलिस की तरफ से की गई जांच को क्राइम ब्रांच अब जल्द पूरा करने में जुट गई है। इसके लिए फारेंसिक व तकनीकी टीम के जरिये कई तथ्यों को एकत्र करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने इस हत्याकांड में गिरफ्तार पांच आरोपियों और उनके करीबी नेटवर्क से जुड़े लोगों सहित 10 के काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) की जांच कर रही है। ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना के वक्त किसकी लोकेशन कहां की थी? और आरोपियों के संपर्क में और कौन-कौन लोग थे? दरअसल जिन फोन नंबरों से आरोपियों की ज्यादा फोन पर बात हुई होबी, उन्हें भी जांच के दायरे में रखा जाएगा। इससे यह पता लगाया जा सकेगा कि इस हत्याकांड की साजिश में गिरफ्तार आरोपियों के अलावा अन्य किसी संदिग्ध का तो कोई रोल नहीं है। जिस तरह से क्राइम ब्रांच की टीम जांच को तेजी से बढ़ा रही है, उससे यह भी संभावना जताई जा रही है कि इन मामले में कुछ अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। हत्या के कारणों पर सवाल उठने पर जांच क्राइम ब्रांच को चूंकि दोनों पक्षों के हत्या के कारणों को लेकर अलग-अलग बयान दिए जा रहे हैं और इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। वहीं मामले को लेकर विभिन्न दलों के नेताओं का मौके पर जाने और सियासी बयान दिए जाने को लेकर मामला राजनीतिक रूप लेता जा रहा है। जिसके मद्देनजर इसकी जांच स्थानीय पुलिस के हटाकर क्राइम ब्रांच को सौपी गई है। क्राइम ब्रांच को इस मामले की चार्जशीट भी जल्द ही दाखिल करने के निर्देश दिए गए हैं। रिंकू के परिजनों का आरोप है कि वह गत 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए निकाली गई रैली में शामिल हुए थे जिसके कारण आरोपी उनसे दुश्मनी निकालना चाहते थे। इसी रंजिश में रिंकू की हत्या कर दी गई। जबकि पुलिस जांच के दौरान जो आरोपियों की तरफ से व कुछ अन्य लोगों की तरफ से तथ्य सामने आए, उसके मुताबिक जन्मदिन पार्टी में रेस्टोरेंट में हमला करने वालों से झगड़ा हुआ था। बहरहाल मामला संवेदनशील होने के कारण क्राइम ब्रांच घटना स्थल से मिले तमाम साक्ष्यों का विश्लेषण करने के साथ ही तकनीकी जांच का सहारा ले रही है।
रीजनल नार्थ
रिंकू शर्मा हत्याकांड फारेंसिक व तकनीकी जांच शुरू