मच्छरों से होने वाली बीमारी डेंगू कभी-कभी जानलेवा साबित हो जाती है। डेंगू होने पर प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से कम होने लगती है। सिरदर्द, बुखार व जोड़ों में दर्द परेशानी को और बढ़ा देता है। खासतौर से प्लेटलेट्स में कमी और बुखार के कारण शरीर में टूटन सी महसूस होने लगती है। इस स्थिति से राहत पाने में पपीते का पत्ता काफी असरदार साबित होता है। इसमें मौजूद आयुर्वेदिक गुण बुखार को कम करने के साथ ही प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में भी मदद करते हैं। पपीते में अल्कलॉइड, पेपैन जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इससे शरीर में फैले संक्रमित वायरस व बैक्टीरिया को काबू करने में मदद मिलती है। दवाइयां भी बेहतर तरीके से असर करती हैं। पपीते के पत्तों का रस बनाकर सेवन किया जा सकता है या फिर बाजार में मिलने वाली इसकी टेबलेट को भी लिया जा सकता है। पपीते की पत्तियों को अच्छी तरह धो लें और फिर उन्हें सूखने दें। आधा सूख जाने पर उन्हें पानी में उबालें। इन्हें तब तक उबलने दें जब तक पानी आधा न रह जाए। इसके बाद इसे ठंडा होने दें। पत्तों और पानी को छान लें, इसके बाद इसे मैश कर लें। इसके दो चम्मच दिन में दो से तीन बार पीएं। इससे बुखार में तुरंत राहत मिलेगी जो मरीज की स्थिति में जल्द सुधार लाने में मदद करेगा।
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डेंगू होने पर प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से होती है कम -बीमारी में तुरंत राहत देता है पपीते का पत्ता