अमेरिका को चीन और रूस के साथ संबंध बेहतर करने की मंशा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह जापान में अगले महीने होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन के इतर अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भेंट करेंगे। भारत में 23 मई को लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद यह भारत के प्रधानमंत्री और ट्रंप के बीच मुलाकात का पहला मौका होगा। हालांकि ट्रंप ने अपने ओवल कार्यालय में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान जी-20 सम्मेलन के इतर शी और पुतिन के अलावा किसी और नेता से मुलाकात का जिक्र नहीं किया। इस बीच, ट्रंप ने अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ की पुतिन से मुलाकात की पूर्व संध्या पर सोमवार को कहा कि अमेरिका और रूस के बीच अच्छे संबंध होना उचित है। ट्रंप ने हाल में पुतिन से फोन पर लंबी-चौड़ी बातचीत की थी। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मैं राष्ट्रपति पुतिन से भी मुलाकात करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से, संदेश यह है कि पहले कोई रूस को लेकर इतना सख्त नहीं रहा, लेकिन इसी के साथ हम रूस को साथ भी ला रहे हैं। ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनके पूर्ववर्तियों में से कोई भी ऐसा नहीं था जिसने रूस पर वैसे प्रतिबंध लगाए हों जैसे उन्होंने लगाए हैं। उन्होंने कहा कि किसी ने भी जर्मनी और अन्य स्थानों पर जा रही पाइपलाइन के बारे में बात नहीं की, लेकिन मैंने की। मैंने कहा है कि अमेरिका और नाटो के साथ यह करना बहुत अनुचित है। ट्रंप ने कहा कि ऐसा कोई नहीं था जिसने यह किया हो। हमारा ऊर्जा कारोबार दुनिया में सबसे बड़ा है। हमारा कारोबार रूस से अधिक है। यह सऊदी अरब से अधिक है। यह सब मेरे राष्ट्रपति बनने के बाद हुआ क्योंकि मैंने ऐसा किया। हम बहुत धन ला रहे हैं।
गौरतलब है कि पोम्पिओ को मंगलवार को सोची में पुतिन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लवरोव से मिलना है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि पोम्पिओ मास्को की यात्रा नहीं करेंगे और सीधे सोची जाएंगे, जहां वह यूक्रेन, वेनेजुएला, ईरान, सीरिया और उत्तर कोरिया सहित वैश्विक मुद्दों पर रूसी नेतृत्व के साथ चर्चा करेगा। इसके साथ ही वे द्विपक्षीय संबंधों में चुनौतियों पर भी बातचीत करेंगे। पोम्पिओ ने एक साक्षात्कार में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझसे रूस जाकर विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि मैंने सीआईए निदेशक के तौर पर रूस के साथ आतंकवाद रोधी अभियान में करीब से काम किया है। मुझे यकीन है कि ये प्रयास उनके लिए अहम थे। उन्होंने अमेरिकी और रूसी लोगों की जान बचाई है। पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिकी चुनाव में रूस के कथित दखल का विषय भी चर्चा में होगा।
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अगले महीने शी और पुतिन से भेंट करेंगे ट्रंप, पोम्पिओ बोले- अमेरिका और रूस के बीच प्रगाड़ होंगे संबंध