पटना । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वामपंथी नेता छात्र नेता कन्हैया कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के सांसद से मुलाकात को लेकर राज्य में राजनीति गर्माई है। इस पर खुद सीएम नीतीश ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि कन्हैया कुमार से उनकी यह पहली मुलाकात हुई थी। उसके बाद वो अशोक चौधरी से मिले थे। कन्हैया और चंदन सिंह से कोई सियासी बातचीत नहीं हुई। दोनों नेता अपने-अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर आये थे। कन्हैया कुमार से मुलाकात भी उनकी पार्टी के नेताओं के साथ हुई थी जिसमें वो अपने-अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर आये थे जिस पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझसे मिलने से किसी को चिंता नहीं होनी चाहिए। जो भी मुझसे मिले हैं, अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर ही आए हैं। किसी भी दल के लोग अगर आते हैं तो हम सबको मिलने का समय देते हैं। कन्हैया कुमार के अलावा उनकी पार्टी के अन्य नेता भी हमसे मिले लेकिन किसी से कोई राजनीतिक बात नहीं हुई।
आरक्षण पर देश में चल रही चर्चा पर नीतीश कुमार ने फिर स्पष्ट किया कि आरक्षण में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है। आरक्षण पूर्व की भांति है। यह लागू रहेगा, इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। जिन्हें आरक्षण का लाभ मिल रहा है उन्हें नहीं मिले ऐसी कोई बात नही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक आधार पर भी लोगों को आरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से बिहार की तर्ज पर आरक्षण देने की मांग करते हुए कहा कि जिस तरीके से बिहार में पिछड़ों के साथ-साथ अति पिछड़ों को भी आरक्षण दिया जा रहा है, केंद्र में भी उसी तर्ज पर पिछड़े कोटे में से अति पिछड़ों को आरक्षण दिया जाए तो अच्छी बात होगी।
नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना की मांग को फिर दोहराते हुए कहा कि हम केंद्र सरकार से पहले भी यह मांग कर चुके हैं जातीय आधार पर जनगणना होनी चाहिए। इसके लिए हमने विधानसभा और विधानपरिषद से सर्वसहमति से प्रस्ताव पास कराकर केंद्र सरकार को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से ही पता चलेगा किस जाति के कितने लोग हैं, और एक-एक चीज की सही जानकारी मिल जाएगी। उनके लिए क्या किया जाएगा, इससे निर्णय लेने में आसानी हो जाएगी। बिहार विधानपरिषद में गवर्नर कोटे से होने वाले मनोनयन पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वो चाहते हैं सब कुछ समय से हो जाए। सब कुछ सिर्फ हमारे ऊपर नहीं है, हम तो बहुत कुछ करना चाहते हैं।
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सीएम नीतीश बोले- वामपंथी छात्र नेता कन्हैया कुमार और लोजपा सांसद से बातचीत सियासी नहीं