अमृतसर । पंजाब निकाय चुनाव के परिणामों में मिली बीजेपी को करारी हार के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने चुनावी नतीजों से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि अब पंजाब में आने वाले समय में उनकी पार्टी का रोल बड़ा होने वाला है। अभी तक यह रोल लिमिटेड था। मालूम हो कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में हुए चुनाव में कांग्रेस ने बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला एवं पठानकोट में जबरदस्त जीत दर्ज की है। शाह ने कोलकाता में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में किसानों के आंदोलन, एमएसपी आदि पर भी विस्तार से बात की। पंजाब चुनाव पर पूछे गए सवाल पर अमित शाह ने कहा कि पंजाब में अभी तक अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन था। लिमिटेड रोल था। अब पंजाब में हमारा रोल बड़ा होगा। हालांकि, यह काम कोई रातों-रात नहीं होता है। चुनाव के नतीजों को इसके साथ नहीं जोड़ना चाहिए। अमित शाह ने आगे कहा, ''हमारी पार्टी कई जगह चुनाव जीती भी है। जम्मू-कश्मीर, हैदराबाद, राजस्थान, मध्य प्रदेश, लेह-लद्दाख में हम जीते हैं। पंजाब में नहीं थे। हम अपनी पार्टी को आगे बढ़ाएंगे। हम वहां के लोगों को मनाएंगे और सच्ची बात बताएंगे दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर अमित शाह ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बारे में हमने स्पष्ट कर दिया है। वह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कृषि सेक्टर में सरकार ने सुधार किए हैं। पहले भी एमएसपी पर कानून नहीं था, लेकिन अभी तक आंदोलन क्यों नहीं हुआ? हमने एमएसपी पर खरीद डेढ़ गुना अधिक की है, लेकिन यूपीए के समय में आंदोलन नहीं किए जाते थे। उन्होंने कहा कि कानून में अगर कुछ खामियां है तो हम उसमें बदलाव करने को तैयार है। ममता दीदी और कांग्रेस कह रही हैं कि एमएसपी पर कानून लेकर आएं तो अपनी सरकार के दौरान क्यों नहीं किया गया और अगर भूल गए थे तब जहां-जहां उनकी सरकारें हैं, वहां एमएसपी पर कानून ले आएं। आए नतीजों में पंजाब के सात नगर निगमों में से छह में प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने जीत हासिल की है और वह सातवें नगर निगम में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। इसके अलावा पार्टी ने 109 नगर परिषद एवं नगर पंचायतों में भी अधिकतर पर जीत प्राप्त की है और इस तरह उसने शहरी निकाय के चुनावों में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया है। विपक्ष को 109 नगर परिषद एवं नगर पंचायतों में भी अधिकतर सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। इस स्तर पर 1,817 वार्ड में से कांग्रेस ने 1,102 वार्ड पर जीत हासिल की। शिअद ने 252, आप ने 51, भाजपा ने 29 और बसपा ने पांच सीटें जीतीं। इसके अलावा 374 निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे। पंजाब के निकाय चुनाव में मिली हार पर कृषि मंत्री तोमर ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि म्यूनिसिल कॉर्पोरेशन के चुनाव नतीजों को किसान आंदोलन से जोड़ना ठीक नहीं है। कृषि मंत्री ने कहा कि म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन चुनाव नतीजों को किसान आंदोलन से जोड़ना ठीक नहीं है। हम पंजाब में कमजोर थे और अकाली दल के साथ चुनाव लड़ते रहे हैं। लेकिन इस बार हम अलग से लड़े, जिसकी वजह से हमें नुकसान हुआ। तोमर असम में बीजेपी के चुनाव प्रभारी हैं। यहां बीजेपी की सरकार है और फिर से सत्ता में आने की चुनौती है। इसके अलावा, तोमर ने कहा कि हम प्रदर्शनकारी किसानों से नियमित संपर्क में हैं। भारत सरकार कानूनों पर प्रावधान-दर-प्रावधान चर्चा के लिये तैयार है।
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पंजाब निकाय चुनाव में बीजेपी को मिली हार पर बोले आने वाले समय में पार्टी का होगा बड़ा रोल: अमित शाह