
अहमदाबाद । भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट दुनिया के सबसे बड़े मोटेरा स्टेडियम में खेला जाएगा। स्टेडियम की क्षमता 110,000 है। हालांकि टेस्ट मैच के दौरान कोविड-19 के कारण सिर्फ 50 फैंस को आने की अनुमति दी गई है। लेकिन दोनों टीमों के बीच 12 मार्च से मोटेरा मैदान पर 5 मैचों की टी20 सीरीज होनी है। अगर सीरीज के दौरान 100 फीसदी फैंस को आने की अनुमति दी जाती है,तब इंटरनेशनल मैच में सबसे ज्यादा फैंस पहुंचने का रिकॉर्ड बन सकता है। मोटेरा स्टेडियम में हालांकि पहली बार इंटरनेशनल मुकाबले नहीं खेले जा रहे हैं।इस नए तरीके से तैयार किया गया है। स्टेडियम 1980 के आस-पास बनकर तैयार हो गया था और पहला इंटरनेशनल मुकाबला 12 नवंबर 1983 को खेला गया था। हालांकि मैदान पर टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और इस टेस्ट मैच में विंडीज ने हमें 138 रन से हरा दिया था। मैदान पर पहली जीत के लिए हमें लगभग तीन साल का इंतजार करना पड़ा। 5 अक्टूबर 1986 को वनडे मुकाबले में टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 52 रन से हराकर मैदान पर पहली जीत दर्ज की। नए मोटेरा स्टेडियम में लगभग सात साल बाद इंटरनेशनल मुकाबला होने जा रहा है। अंतिम मुकाबला 6 नवंबर 2014 को भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था। इस वनडे मैच को टीम ने 6 विकेट से जीता था।
इंटरनेशनल मैच में अभी सबसे ज्यादा 1 लाख फैंस के पहुंचने का रिकॉर्ड है। हालांकि यह रिकॉर्ड आधिकारिक नहीं है। कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम की क्षमता पहले 1 लाख के करीब थी। यहां 1988-89 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए टेस्ट मैच एक दिन 1 लाख पहुंचने का दावा किया जाता है। इस मैदान पर हुए पांच वनडे मैच में भी 1 लाख फैंस के आने की बात कही जाती रही है। टेस्ट मैच के किसी एक दिन में सबसे ज्यादा फैंस के पहुंचने के आधिकारिक रिकॉर्ड की बात करें तो मेलबर्न में 2013-14 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच बॉक्सिंड डे टेस्ट के पहले दिन 91,112 फैंस पहुंचे थे। मौजूदा समय की बात की जाए तो मैच के टिकट ऑनलाइन बेचे जाते हैं। लेकिन पहले यह व्यवस्था नहीं थी। खास तौर पर कोलकाता में जहां के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में 1 लाख लोग मैच देखने जाते हों। 1969 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के लिए 7 हजार टिकट बेचे जाने थे। लेकिन इस दौरान भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई थी। इस कारण कभी वहां मैच में फैंस का आधिकारिक आंकड़ा नहीं आ सका। हजारों लोग बिना परमिशन और टिकट के मैदान के अंदर चले जाते थे।