बीते कुछ सालों में भारतीयों की खर्च करने की क्षमता बढ़ने का सबसे बड़ा असर खाने के मार्केट पर दिख रहा है। नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार ग्राहक महीने में कम से कम 7 बार बाहर खाना खाते हैं। इसके अलावा भारतीयों में ऑनलाइन खाना मंगाने की आदत में भी इजाफा हुआ है। भारत के 24 देशों में रह रहे भारतीयों के खाने-पीने के बदलते ट्रेंड पर एनआरएआई ने सर्वे किया, जिसमें 44 फ़ीसदी भारतीय महीने में लगभग महीने दो से तीन दिन बाहर खाना खाने जाते हैं। इसके अलावा 27 फीसदी भारतीय ऐसे हैं जो हर हफ्ते बाहर खाना खाते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है। दरअसल लोगों के अंदर स्विग्गी, जोमैटो और फूडपांडा जैसे प्लेटफॉर्म के चलते इसका चलन ज्यादा बढ़ गया है। रिपोर्ट में यह पता चला कि कुछ भारतीय ऐसे भी हैं, जो बाहर रोज खाना खाते हैं। समय बदलने के साथ लोगों के पास खर्च करने के लिए पैसे हैं। इसी के चलते बड़ी संख्या में भारतीय हर महीने खाना खाने के लिए औसतन 2500 रुपए खर्च कर रहे हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी पता चला कि देश के रेस्टोंरेंट इंडस्ट्री के सबसे बड़े ग्राहक बड़े शहरों की युवा और वह भी तनाव में चल रहे युवा है। इसके अलावा 26 से 35 वर्ष की युवा, जो भागदौड़ की जिंदगी में उलझे हुए हैं, अधिकतर बाहर खाना खाते हैं। यह युवा बाहर खाने के लिए हर महीने करीब 2746 रुपए तक खर्च करते हैं।