चेन्नई । तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी एआईएडीएमके की पीएमके के साथ सीटों पर समझौते को लेकर बातचीत चल रही है। तमिलनाडु विधानसभा ने वानियार समुदाय को 10.5 फीसदी आरक्षण के इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई। इसके साथ अन्ना द्रविड़ मुन्नेड़ कझगम और पत्ताली मक्कल काची (पीएमके) के बीच आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन भी तय हो गया। पीएमके का वानियर समुदाय के बीच अच्छी खासी पकड़ है।
चर्चा है कि एस रामदॉस की अगुवाई वाली पीएमके, जिसकी कमान अब जीके मणि के पास है, वह एआईएडीएमके से 25 सीटें मांग रही है। लेकिन तमिलनाडु विधानसभा में अभी उसका कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। पीएमके लंबे समय से उत्तर तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले कारोबारी वानियार समुदाय के हितों को आगे बढ़ाने के लिए संघर्षरत रही है। 2011 के विधानसभा चुनाव में पीएमके ने 3 सीटें जीती थीं। लेकिन 2016 में वह ये तीनों सीट भी हार गई, जबकि पार्टी 30 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। पीएमके आखिरी बार सत्ताधारी दल के साथ 2006 से 2011 के बीच थी, जब उसका डीएमके के साथ गठबंधन था। तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी एआईएडीएमके ने चुनाव की घोषणा के ठीक पहले वानियर समुदाय के लिए राज्य के शैक्षणिक और सरकारी संस्थानों में 10.5 फीसदी आरक्षण का ऐलान किया। लेकिन इस ऐलान के साथ ही उसने पर्दे के पीछे वानियर समुदाय के साथ गठबंधन भी पक्का कर लिया।
एआईएडीएमके बहरहाल भाजपा के साथ भी गठबंधन को लेकर बातचीत कर रही है, भाजपा नेता किशन रेड्डी, वीके सिंह और तमिलनाडु पार्टी अध्यक्ष एल मुरुगन ने एआईएडीएमके नेताओं से मुलाकात की। एआईएडीएमके की ओर से वार्ता में मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी और डिप्टी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि एआईएडीएमके के साथ सीटों के बंटवारे पर आखिरी मुहर लगाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह चेन्नई पहुंचे हैं।
रीजनल साउथ
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी एआईएडीएमके की पीएमके के साथ सीटों पर समझौते को लेकर बातचीत