तिरुवनंतपुरम। डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के एक नेता ने चुनाव आयोग में शिकायत देकर कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को हटाने की मांग की। एक संक्षिप्त पत्र में, केरल राज्य युवा आयोग के सह-समन्वयक मिधुन शाह ने कहा कि दक्षिण भारतीय राज्य में आदर्श आचार संहिता पहले ही लागू है। राज्य में छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव होंगे। उन्होंने कहा, 'राज्य में निशुल्क कोविड-19 का टीका प्राप्त करने पर जारी प्रमाण पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और उनके भाषण का अंश है।' उन्होंने कहा, 'चूंकि यह चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, इसलिये मैं आपसे इसे हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध करता हूं।'
शाह ने बाद में कहा कि यह शिकायत आज सुबह एक टीकाकरण केंद्र पर टीका लगवाने के बाद मिले अस्थायी प्रमाण पत्र के आधार पर दर्ज कराई गई। उन्होंने कहा, 'युवा आयोग के राज्य-समन्वयक के रूप में, मुझे आज सुबह टीके की पहली खुराक दी गई। प्रमाण पत्र में प्रधानमंत्री की रंगीन तस्वीर और उनके भाषण का अंश देखकर मुझे आश्चर्य हुआ।' उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और इसलिए चुनाव आयोग से संपर्क कर इसे हटाने की मांग की है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का हवाला देते हुए सभी पेट्रोल पंप डीलरों एवं अन्य एजेंसियों को 72 घंटे के भीतर अपने परिसर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाले केंद्रीय योजनाओं के होर्डिंग हटाने का निर्देश दिया था।
रीजनल साउथ
वैक्सीन सर्टिफिकेट पर छपी पीएम मोदी की फोटो पर आपत्ति -डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया ने की चुनाव आयोग से शिकायत