एतिहाद की बोली से निराश बैंकों ने जेट एयरवेज के लिए दूसरे निवेशकों से बात करना शुरू कर दिया है। बैंकों की ओर से एसबीआई कैप्स ने डार्विन ग्रुप से बातचीत की। डार्विन ग्रुप ने 10 मई को अंतिम दिन बोली सौंपी थी। हालांकि शुरुआती बोली में कंपनी ने हिस्सा नहीं लिया था। डार्विन ग्रुप का मानना है कि उसके पास 14 हजार करोड़ रुपए तक का निवेश करने की क्षमता है। एसबीआई कैप्स ने डार्विन ग्रुप की वित्तीय स्थिति साबित करने के लिए ठोस सबूत पेश करने को कहा है। उसके बाद ही डार्विन ग्रुप को जेट एयरवेज के बहीखातों और संपत्तियों की पड़ताल कर अपनी राय बनाने का मौका दिया जाएगा।
जेट एयरवेज के लिए बैंक दूसरी सीधी बोली वाली कंपनियों से भी संपर्क में हैं। दरअसल बैंक जेट एयरवेज के लिए अब सभी तरह के निवेशकों के प्रस्ताव को सुनने के लिए तैयार हैं। एतिहाद ने शुक्रवार को सौंपी अपनी बोली में ऐसी शर्तें रखी हैं जिसे मानना बैंकों के लिए मुमकिन नहीं लग रह है। ऐसे में अब दूसरे निवेशकों के प्रस्तावों को भी बैंक जांच परख रहे हैं। अब तक डार्विन ग्रुप के अलावा आदि पार्टनर्स और ब्रिटिश कारोबारी जैनसन अन्सवर्थ ने भी हिस्सा खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
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जेट एयरवेज के लिए एतिहाद की बोली से एसबीआई निराश - दूसरे निवेशकों से बातचीत शुरू की