YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

रीजनल वेस्ट

अंबानी के घर के बाहर मिली संदिग्ध कार के मालिक की मौत की सही वजह साफ नहीं - केमिकल एनालिसिस से खुलेगा राज ?

अंबानी के घर के बाहर मिली संदिग्ध कार के मालिक की मौत की सही वजह साफ नहीं - केमिकल एनालिसिस से खुलेगा राज ?

मुंबई, । रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिले संदिग्ध स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव शुक्रवार दोपहर  कलवा क्रीक में मिली थी. वहीं अबतक उनकी मौत की सही वजह साफ होती दिखाई नहीं दे रही है. मनसुख हिरेन मुंबई से सटे ठाणे शहर के नौपाड़ा इलाके में रहते थे. पेशे से वह व्यापारी थे और क्लासिक मोटर्स के मालिक थे. उनका परिवार मानने को तैयार नहीं की मनसुख आत्महत्या कर सकते हैं. अब मनसुख हिरेन की प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है, जिसमें कई बातें लिखी हैं पर मौत की वजह को अभी भी नहीं बताया है. जानकारों की मानें तो मनसुख की प्राथमिक रिपोर्ट में उनकी हत्या होने की भी संभावना है पर जबतक पूरी रिपोर्ट नहीं आ जाती कुछ कहना जल्दबाजी होगा. जिस तरह उनके शरीर के कुछ हिस्सों पर जख्म के निशान मिले हैं साथ ही रिपोर्ट के 18 पॉइंट के (a) सेक्शन में यस एंटीमोर्टेम लिखा है यानी कि मौत से बचने के लिए जो एक्टिविटी की जाती है उसे एंटोमोर्टेम कहा जाता है. अब केमिकल एनालिसिस से ही राज खुलने की संभावना है. दरअसल पोस्टमार्टम के समय डॉक्टर्स ने मनसुख का ब्लड और स्टमक से गैस्टिक ज्यूस निकाला है जिसे केमिकल एनालिसिस के लिए भेजा गया है. इससे पता चलेगा कि मौत से पहले क्या मनसुख ने शराब पी थी, जहर खाया था, या कोई और केमिकल उनके शरीर में था.
- अंबानी के घर के पास मिली थी मनसुख की कार
हाल ही में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया से करीब 200 मीटर दूर एक संदिग्ध एसयूवी से जिलेटिन की 20 छड़ें मिलीं थीं। एसयूवी पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया कि एंटीलिया के बाहर कार 24 फरवरी की रात करीब 1 बजे पार्क की गई थी। इससे पहले ये कार रात 12.30 बजे हाजी अली जंक्शन पहुंची थी और यहां करीब 10 मिनट तक खड़ी रही। बरामद कार मुंबई के विक्रोली इलाके से चुराई गई थी। इसका चेसिस नंबर बिगाड़ दिया गया है, लेकिन पुलिस ने कार के असली मालिक की पहचान कर ली थी। कार के मालिक मनसुख हिरेन ने पुलिस को बताया था कि 17 फरवरी की शाम को वे ठाणे से घर जा रहे थे। रास्ते में गाड़ी बंद हो गई। उन्हें जल्दी थी, इसलिए गाड़ी ऐरोली ब्रिज के पास सड़क के किनारे खड़ी कर दी। अगले दिन वे कार लेने गए तो वह नहीं मिली। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से भी की थी। सूत्रों की मानें तो मनसुख हिरेन का नाम सामने आने के बाद उन्हें कई बार क्राइम ब्रांच के लोगों ने पूछताछ के लिए बुलाया था. गुरुवार की शाम उन्हें किसी तावड़े नाम के पुलिसकर्मी का फोन आया जिसे मिलने वो गए पर वापस नहीं आए और बाद में उनका शव मिला. 
 

Related Posts