मुंबई । महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि लॉकडाउन के लिए सरकार को मजबूर ना करें। सीएम ने विधानसभा में कहा, 'आज महाराष्ट् का बजट सत्र समाप्त हुआ।विरोधी दलों का उत्तम सहयोग देने के लिए धन्यवाद। कोविड कॉल को चुनौतियों को देखते हुए समाधान कारक प्रगति हो रही है। मुकेश अंबानी के घर के पास मिली एसयूवी के मालिक मनसुख हीरेन की मौत के मामले में सीएम ने कहा, 'जैसा मनसुख हीरेन प्रकरण है वैसे मोहन डेलकर प्रकरण है। अब जांच शुरू हुई है। किसी भी मामले में पहले फांसी दो फ़िर जांच करो, यह ठीक नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनसुख हीरेन के परिवार की शिकायत को हमने गंभीरता से लिया है। इसी तरह हमने मोहन डेलकर की मौत की जांच को भी गंभीरता से लिया है।
मनसुख मामले में सचिन वझे का नाम आने के मामले में सीएम ने कहा, ' सचिन वझे जैसे ओसामा बिन लादेन है? जांच हो रही है जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।पहले जांच तो होने दो।' उन्होंने कहा कि हमारे पास हर बात की जांच के लिए एजेंसियां हैं। सब कुछ केंद्रीय जांच एजेंसी करेगी तो राज्य की पुलिस और बाकी सब एजेंसियां बंद करनी होगी। ठाकरे ने कहा, 'सचिन वझे शिवसेना में थे इससे इनकार नहीं है। वैसे तो मोहन डेलकर के मामले में उनके एक मंत्री हैं। डेलकर परिवार कल हमारे पास आया था इसलिए उनके बयान के बाद एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि सीडीआर कैसे आया, ये सवाल है? लेकिन उसमें न पड़ते हुए हमारा कहना है सीडीआर आने के बाद ही सजा तो नही दे सकते ?
सजा तो अदालत देती है। सीडीआर की भी जांच होगी।
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लॉकडाउन के लिए सरकार को मजबूर ना करें - कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर ठाकरे ने कहा