मुंबई। अभिनेत्री रानी मुखर्जी का कहना है कि महिलाओं में जो शक्ति है, उससे हम फिल्म निर्माण के हर पहलू का प्रतिनिधित्व करने की धारणा को बदल सकते हैं। रानी ने कहा कि यदि महिलाएं एक-दूसरे की सफलता का जश्न मनाएं, तो उन्हें और अधिक सुना जाएगा। रानी ने कहा, "हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में मेरी अब तक की यात्रा में मैंने महसूस किया है कि महिलाओं में जो शक्ति है, वह उस धारणा को बदल सकती है कि फिल्म निर्माण के हर पहलू में प्रतिनिधित्व कैसे किया जाए। हमें एक-दूसरे का समर्थन करना है, एक-दूसरे के लिए सशक्त बनाना है, ताकि उन लोगों के लिए रास्ता आसान हो सके जो पुरुषों द्वारा संचालित इस इंडस्ट्री में अपना एक नाम बनाना चाहती हैं।
इसके लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम एक-दूसरे की सफलताओं का जश्न मनाएं।" रानी खुद को सौभाग्यशाली मानती हैं कि उन्हें जीवन में शानदार चरित्रों को निभाने का मौका मिला। वह कहती हैं, "मैं खुशनसीब हूं कि मुझे एक कलाकार के तौर पर शानदार आत्मनिर्भर महिलाओं की भूमिका निभाने का मौका मिला। मेरी तरह, पीढ़ी दर पीढ़ी कई अभिनेत्रियों ने ऐसा करके इस चीज को बदलने की कोशिश की है कि पर्दे पर महिलाओं को कैसे चित्रित किया जाए।" अब से पहले रानी की दो फिल्में 'हिचकी' और 'मर्दानी 2' थीं। इन दोनों में ही उन्होंने लीक से हटकर रोल किए और महिलाओं का प्रतिनिधित्व किया। वह कहती हैं, "मैं आगे भी ऐसे प्रोजेक्ट करना चाहूंगी, जिनमें बोल्ड, ईमानदार महिला एक सशक्त कहानी कहती हो।
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महिलाओं में निहित शक्ति प्रतिनिधित्व की धारणा बदल सकती है : रानी मुखर्जी -मैं आगे भी ऐसे प्रोजेक्ट करना चाहूंगी, जिनमें बोल्ड महिला एक सशक्त कहानी कहती हो