नई दिल्ली । प्राथमिक और उच्च प्राथमिक कक्षाओं में नामांकन की दर के मामले में भी दिल्ली लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर दिल्ली सरकार ने दावा किया है कि प्राथमिक स्तर पर देश की नामांकन दर से दिल्ली की नामांकन दर करीब 19 फीसद ज्यादा है। वहीं उच्च प्राथमिक स्तर पर यह आंकड़ा करीब 33 फीसद ज्यादा है। आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 के मुताबिक दिल्ली में साल 2018-19 के बीच प्राथमिक कक्षाओं में नामांकन दर 120.15 फीसद थी, जबकि देशभर में प्राथमिक कक्षाओं में छात्रों की नामांकन दर 101.25 फीसद थी। इसी तरह 2018-19 में दिल्ली में उच्च प्राथमिक स्तर पर नामांकन दर 120.15 फीसद थी जबकि देश में यह आंकड़ा 87.74 फीसद रहा। ;दिल्ली सरकार का दावा है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई को रोचक बनाया गया है। इसके लिए हैप्पीनेस पाठ्यक्रम भी शामिल किया गया है। सरकार का दावा है कि साल 2019-20 के बीच लगभग 7.95 लाख छात्र हैप्पीनेस पाठ्यक्रम से लाभांवित हुए। इसके अलावा स्कूलों में चुनौती, मिशन बुनियाद आदि योजनाएं भी छात्रों के लिए चल रही हैं। दिल्ली सरकार जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा योजना के तहत आर्थिक रूप से वंचित, एससी, एसटी और ओबीसी परीक्षार्थियों को कोचिंग दे रही हैं। ताकि छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रोजगार हासिल करें। इस योजना के तहत साल 2019-20 में विभिन्न कोचिंग संस्थानों में लगभग 2071 विद्यार्थियों ने नामांकन कराया था। इसके बाद कुल 220 छात्रों ने इस योजना का लाभ उठाकर तकनीकी व मेडिकल शिक्षा में क्वालिफाई किया। इसमें 22 छात्रों को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, 56 छात्रों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा, 57 छात्रों को एसएससी और 85 छात्रों ने अन्य परीक्षाओं में सफलता पाई है।
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देश की तुलना में दिल्ली में प्राथमिक कक्षाओं में नामांकन दर है अधिक