नई दिल्ली । श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के शिष्य की संदिग्ध परिस्तिथियों में माैत हो गई। पुलिस जांच में जुटी है। मामला अयाेध्या काेतवाली के नयाघाट चाैकी क्षेत्र अंतर्गत मणिरामदास छावनी का है। जहां के संत निवास में शनिवार को साधु हरिभजन दास (50) चेला महंत नृत्यगाेपाल दास का गला धारदार हथियार से रेता हुआ था। साधु को पहले श्रीराम अस्पताल ले जाया गया। वहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया जहां डाक्टराें ने मृत घाेषित किया। फिलहाल यह बता पाना मुश्किल है कि यह हत्या है या आत्महत्या। यह जांच का विषय है। इस सम्बंध में क्षेत्राधिकारी अयोध्या राजेश कुमार राय ने बताया कि उन्हें सुबह मणिरामदास छावनी से सूचना मिली कि यहां के एक साधु ने धारदार हथियार से अपना गला रेत लिया है। वह माैके पर पहुंचे। उन्हाेंने बताया कि जिला अस्पताल ले जाते समय साधु हरिभजन दास की माैत हाे गई। वह हमेशा डिप्रेशन में रहता था। उसने सब्जी काटने वाले चाकू से अपना गला रेत लिया है। उसके कमरे में जमीन पर बहुत सारा खून और बगल में चाकू पड़ा था। इसी चाकू से उसने अपना गला रेता है। इसके अलावा कमरे में अन्य सामान अपने यथास्थान पर थे। उनसे किसी भी प्रकार का छेड़छाड़ नहीं किया गया है। इससे साफ पता चलता है कि साधु ने सुसाइड किया है। उसकी लाश काे पाेस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस की छानबीन जारी है। मणिरामदास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया कि मृतक साधु उनका गुरु भाई है। जाे मूल रूप दरभंगा का रहने वाला था। वह छावनी में 30 वर्षाें से निवास कर रहा था। उसका साेमनाथ, गुजरात में एक छाेटा सा मंदिर रहा जाे सड़क विस्तारीकरण में चला गया, जिसके कारण वह हमेशा डिप्रेशन में रहता था।
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श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल के शिष्य का गला रेता मिला शव