मुंबई । रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरपरसन मुकेश अंबानी के निवास के पास विस्फोटक से भरा वाहन मिलने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की है कि 25 फरवरी की रात को दौरान जिस शख्स को सीसीटीवी फुटेज में पैदल चलते देखा गया था, वह पुलिस ऑफिसर सचिन वाजे ही थे। एनआईए ने कहा है, 'सीसीटीवी फुटेज में सचिन वाजे को सिर पर बड़ा रुमाल बांधे हुए देखा जा सकता है ताकि उन्हें कोई पहचान नहीं सके। उन्होंने अपनी बॉडी लेंग्वेज और चेहरे को छुपाने के लिए 'ओवरसाइज' कुर्ता पहन रखा था। '
एनआईए ने कहा, 'छापेमारी के दिन सचिन वाजे के केबिन से एक लेपटॉप जब्त किया गया था लेकिन इसका डेटा पहले ही जब्त किया जा चुका है। उनसे, सेलफोन के बारे में कहा गया तो उन्होंने कहा कि यह कही गिर गया है जबकि सच्चाई यह है कि उन्होंने इसे इरादतन कहीं फेंक दिया था। 'एनआईए उस सीसीटीवी विजुअल की जांच कर रही थी जो सोमवार को सामने आया था, इसमें एक शख्स को रात में मुकेश अंबानी के निवास के पास चलता हुआ देखा जा सकता है। उसी रात को अंबानी के घर से पास विस्फोटक से लदा वाहन पाया गया।
मनसुख हीरेन केस में नाम आने के बाद सचिन वाजे को मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर स्थित सिटीजन फेसिलिटेशन सेंटर में ट्रांसफर कर दिया गया था। हीरेन उस वाहन के मालिक था जो 25 फरवरी को एंटीलिया के बाहर पाया गया था। मनसुख को बाद में 5 मार्च को ठाणे में मृत पाया गया था।
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जिस शख्स को फुटेज में पैदल चलते देखा गया था, वह पुलिस ऑफिसर सचिन वाजे थे - एनआईए