नई दिल्ली । दिल्ली में अब आठ घंटे के बजाएं 12 घंटे तक टीका लगाया जाएगा। सरकार का दावा है कि इससे दिल्ली में रोजाना टीकाकरण की क्षमता भी 40 से बढ़कर 1.20 लाख हो जाएगी। सरकार ने इसके लिए तैयारी भी पूरी कर ली है। सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन साइट्स की संख्या न्यूनतम 6 कर दी गई है। जिससे सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर मुफ्त टीका लगवा सके। दिल्ली में फिर से कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने टीकाकरण लगाने के अभियान मे तेजी लाने का फैसला किया था। वर्तमान में 450 केंद्र पर टीका लगाया जा रहा है। रोजाना टीका लगाने की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने सबसे पहले टीकाकरण केंद्र पर टीका लगवाने का समय सुबह 9 से 5 बजे से बढ़ाकर रात 9 बजे तक कर दिया है। सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र बढ़ाने के साथ कर्मचारियों को बढाने का निर्देश भी दिया है। दिल्ली में 260 से अधिक सरकारी डिस्पेंसरी है, जहां सरकार कोविड टीकाकरण की शुरूआत सरकार करना चाहती है। अभी 260 में से महज 40 डिस्पेंसरी पर कोविड टीका लगाया जा रहा है। सरकार ने सभी जिलाधिकारयों को डिस्पेंसरी की मैपिंग करने के बोला है। डिस्पेंसरी पर टीकाकरण केंद्र बनाएं जाने के बाद उससे नजदीक स्थित बड़े अस्पताल, एंबुलेंस की सुविधा कहा है उसे चिन्हित करना है। जिससे इमरजेंसी की स्थिति में टीका लगवाने वाले को वहां ले जाया जा सके। इस सप्ताह इस काम को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। बढ़ाया है। सरकार सभी सरकारी डिस्पेंसरी पर टीकाकरण शुरू करने की तैयारी में है। अभी वर्तमान में बड़े अस्पतालों के अलावा 40 डिस्पेंसरी पर कोविड टीका लगाया जा रहा है। समय बढ़ाने के साथ सरकार ने ऐसे लोगों को भी टीका लगाएगी जो बिना पंजीकरण कराएं कोविड टीकाकरण केंद्र पहुंच गए है। सरकार ने उनके लिए खासतौर से दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक का समय रखा है। सरकार का कहना है कि बड़ी संख्या में ऐसे लोग पहुंच रहे है। मगर पंजीकरण नहीं कराने के कारण असुविधा होती है। निजी अस्पतालों में अभी आन स्पॉट पंजीकरण कराकर टीका की सुविधा है। मगर सरकारी में भी यह सुविधा मिलेगी। इसके लिए अस्पतालों से कर्मी की तैनाती करने को कहा गया है, जो ऑन स्पॉट पंजीकरण कराने में मदद मिलेगी।
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केजरीवाल सरकार का फैसला दिल्ली के अस्पतालों में आठ के बजाए 12 घंटे होगा वैक्सीनेशन