मुंबई । पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के महाराष्ट्र एटीएस की लचर जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाने के बाद एटीएस ऐक्शन आ गई। दो लोगों से पूछताछ करने के बाद एटीएस ने बुकी के साथ पुलिसकर्मी विनायक शिंदे को गिरफ्तार कर लिया है। यह इस मामले में पहली गिरफ्तारी है। एटीएस की गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों में से विनायक शिंदे (51) पुलिसकर्मी है, जबकि दूसरा बुकी नरेश गोरे (31) है। ATS को उम्मीद है कि मनसुख मर्डर केस में शिंदे ऐसे कई राज उगल सकता है, जिसका लिंक वझे या इस केस से जुड़े अन्य लोगों से हो सकता है। उल्लेखनीय है कि मनसुख मर्डर केस की जांच अभी एटीएस ही कर रही है। हालांकि, गृह मंत्रालय में इसकी जांच एनआईए को सौंप दी है, लेकिन एटीएस द्वारा केस से जुड़ी फाइल एनआईए को नहीं दिए जाने के कारण अभी भी यह केस एटीएस के पास ही है।
एटीएस इस मामले में अब तक 30 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। दो बार वझे से भी एटीएस ने पूछताछ की है, वझे इस समय एनआईए की कस्टडी में है। जहां वह रोजाना केस से जुड़े राज उगल रहे हैं। वझे पर मनसुख की हत्या करने का भी आरोप है। एनआईए अब वझे से मिले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की टेक्निकल जांच कर उसका मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह से लिंक निकालने में जुटी हुई है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि एनआईए जल्दी ही परमबीर से पूछताछ कर सकती है। इसके अलावा संयुक्त पुलिस आयुक्त मिलिंद भांरबे, डीसीपी प्रकाश जाधव, डीसीपी पराग मानेरे, डीसीपी राजू भुजबल और एसीपी संजय पाटिल के अलावा एक दर्जन पुलिस अधिकारियों से एनआईए पूछताछ करने की योजना बना रही है। सूत्रों के अनुसार मनसुख हिरेन की पांच मार्च को संदिग्ध मौत हुई थी। उनकी लाश ठाणे के कलवा खाड़ी से संदिग्ध हालात में पुलिस को बरामद हुई थी। इस घटना से मात्र 1 दिन पहले ही एटीएस की गिरफ्त में आए वझे के करीबी और लखन भैया एनकाउंटर कांड में सजा काट रहे सिपाही विनायक शिंदे ने ठाणे के किसी कार शो रूम से एक नई वैगनआर कार खरीदी थी। कार की तस्वीर उन्होंने फेसबुक पेज पर पोस्ट की थी। सूत्र बताते हैं कि जैसे ही 5 मार्च को मनसुख मर्डर मिस्ट्री सामने आई, शिंदे ने फोटो समेत मेसेज फेसबुक से डिलीट कर दिया। एटीएस इसकी जांच कर रही है।
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मनसुख मर्डर केस में वझे के अहम राज उगल सकता है शिंदे, बुकी के साथ एटीएस ने किया अरेस्ट