मुंबई, । देश में 45 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को वैक्सीन देने की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मांग पर केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सहमति जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हाल ही में हुई बैठक में मुख्यमंत्री ठाकरे ने यह मांग की थी। मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस संबंध में निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री ठाकरे ने केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री सचिवालय (जनसंपर्क कक्ष) द्वारा दी गई है. बताया गया है कि कोविड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, हर जगह टीकाकरण को गति देना आवश्यक है। इसके लिए, उम्र की सीमा को शिथिल करना आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई वर्चुअल मीटिंग में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि विशेष रूप से 45 वर्ष से अधिक आयु के युवा काम के लिए बाहर जाते हैं, उनका टीकाकरण कराने की आवश्यकता है। इस मांग को मानने से राज्य में अब टीकाकरण को बढ़ावा मिलेगा। बताया गया है कि प्रारंभिक स्तर पर भी, देश में टीकाकरण में महाराष्ट्र सबसे आगे है। राज्य में अब तक (22 मार्च को) 45 लाख 91 हजार 401 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
- कब हुई थी वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत?
भारत में टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी. पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों यानी डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स और स्वास्थ्य से जुड़े लोगों को वैक्सीन दी गई थी. साथ ही फ़्रंटलाइन वर्कर्स यानी पुलिसकर्मियों, पैरामिलिट्री फ़ोर्सेज और सैन्यकर्मियों को भी टीका लगाया गया. फिर 1 मार्च से वैक्सीनेशन का दूसरा फेज शुरू हुआ. दूसरे चरण में अब आम लोगों को वैक्सीन लग रही है. सरकार का लक्ष्य जुलाई तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने का है.
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मुख्यमंत्री ठाकरे ने की 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन देने की मांग, केंद्र ने किया स्वीकार - केंद्र सरकार के प्रति मुख्यमंत्री ने आभार जताया