नई दिल्ली । अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनाने की तैयारी जोर शोर से चल रही है। देशवासी मंदिर निर्माण के लिए बढ़ चढ़कर चंदा दे रहे है, वहीं देश की राजधानी स्थित ऐतिहासिक रामलीला मैदान में रामलीला मंचन पर रोक लगा दी गई है। इस संबंध में साधु संतों में व्याप्त रोष है और उन्होंने रामलीला मैदान में रामलीला मंचन पर लगी रोक नहीं हटने की स्थिति में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश के कार्यालय में धरना शुरू करने का ऐलान किया है।
महात्यागी सेवा संस्था और मंदिर श्रीराम हनुमान वाटिका से जुड़े पूर्व महानगर पार्षद अशोक जैन के अलावा प्रवीन खंडेलवाल, प्रमोद शास्त्री, अरविंद शर्मा, पूर्ण भगत आदि ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि रामलीला मैदान में बहादुरशाह जफर के जमाने में रामलीला मंचन शुरू हुआ था। तब से यहां दशहरा के अवसर पर श्रीरामलीला कमेटी की ओर से रामलीला का मंचन कराया जा रहा है। इसके अलावा करीब दो दशक से रामलीला मैदान में रामनवमी के अवसर पर महात्यागी सेवा संस्था एवं मंदिर श्रीराम हनुमान वाटिका की ओर से राम जन्म से पहले की लीला का मंचन कराया जाता है, मगर हाल ही में एनजीटी ने पार्कों के साथ-साथ रामलीला मैदान में कार्यक्रमों के आयोजनों पर रोक लगा दी है। इस कारण इस बार राम नवमी के अवसर पर महात्यागी सेवा संस्था और मंदिर श्रीराम हनुमान वाटिका के समक्ष रामलीला का मंचन कराने का संकट पैदा हो गया है।
उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान में रामलीला मंचन पर रोक हटवाने के लिए केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार व उत्तरी दिल्ली नगर निगम की पहल करें। इस संबंध में वे महापौर जयप्रकाश से मिले थे। उनसे कहा गया है कि रामलीला मंचन की इजाजत दिलवाई जाए, अन्यथा दिल्ली के साधु संत उनके कार्यालय में धरना शुरू करेंगे।
रीजनल नार्थ
रामलीला मैदान में रामलीला मंचन करने पर लगी रोक हटे