पटना। बिहार बंद का असर पूरे राज्य में देखने को मिल रहा है। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को ही यह ऐलान कर दिया था कि 26 मार्च को सरकार के खिलाफ पूरा विपक्ष सड़क पर उतरेगा। शुक्रवार की सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों को जाम कर रहे हैं। पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने वाला महात्मा गांधी सेतु को बंद समर्थकों ने सुबह ही जाम कर दिया है, जिसके चलते आम लोगों को परेशानी होनी शुरू हो गई है। हाजीपुर से गंगा ब्रिज के रास्ते को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया गया है। बीच सड़क पर ट्रैक्टर और आगजनी करके बंद समर्थक सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। महुआ के विधायक मुकेश रोशन इस बन्द का नेतृत्व कर रहे हैं।
बिहार बंद को आरजेडी के अलावे लेफ्ट पार्टियां और कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है। हालांकि, यह बंद किसानों की तरफ से पहले से आहूत है, लेकिन तेजस्वी यादव इस बंद के जरिये पुलिस बिल और अपने विधायकों के पिटाई मामले को आगे करने में लगे हैं। तेजस्वी यादव ने प्रेस कांफ्रेंस करके अपनी मंशा पहले ही जाहिर कर दी है कि सरकार पुलिस सशस्त्र विधेयक को वापस ले। विधायकों की पिटाई मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मांफी मांगे नहीं तो आरजेडी सड़क से सदन तक आंदोलन करता रहेगा।
23 मार्च को विधानसभा घेराव को लेकर पटना में जिस तरह से उपद्रव हुआ था, उसको लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट है। वहीं, आरजेडी अपने पिछले आंदोलन से और ज्यादा उत्साहित दिख रही है।
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बिहार बंद पर राजद का चक्का जाम, सड़क और रेल यातायात को किया बाधित -पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने वाला महात्मा गांधी सेतु को बंद समर्थकों ने किया जाम