करनाल। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलनकारी किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और मांगें पूरी होने पर ही पीछे हटेंगे। टिकैत ने दोहराया कि केंद्र को कृषि कानून वापस लेने चाहिए तथा एमएसपी पर कानूनी गारंटी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून किसानों को ही नहीं, बल्कि दूसरे तबकों को भी प्रतिकूल तरह से प्रभावित करेंगे। टिकैत ने करनाल जिले के असंध में एक महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा, ‘लड़ाई केवल किसानों की नहीं है, बल्कि यह गरीब, छोटे व्यापारियों के लिए भी हैं।’ उन्होंने कहा कि किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और ‘यह आंदोलन लंबा चलेगा। हमने नवंबर-दिसंबर तक की तैयारियां की हैं।’ अपने दिवंगत पिता महेंद्र सिंह टिकैत का जिक्र करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, ‘टिकैत साहब कहा करते थे कि जब हरियाणा आंदोलन के समर्थन में खड़ा होता है तो सरकार कांप जाती है।
टिकैत ने कहा कि सरकार महामारी की आड़ में उन स्थानों पर प्रतिबंध लगा सकती है जहां बड़ी संख्या में किसान बैठे हैं, लेकिन ‘यह हमें डिगा नहीं पाएगा। वहीं अंबाला में तीनों कृषि कानूनो के विरोध में किसानों का प्रदर्शन लगतार जारी है। अंबाला शम्भु टोल प्लाजा पर हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा हूये और आंदोलन का समर्थन किया। पंजाब से दिल्ली जा रही 1500 किसानों का जत्था अंबाला के शम्भु बॉर्डर टोल प्लाज़ा पर कुछ देर के लिए रुका और यहां पर अंबाला जिला उप प्रधान गुलाब सिंह की अध्यक्षता में उनका जोरदार स्वागत किया गया। जिला उप प्रधान गुलब सिंह का साफ तौर पर कहना है कि सरकार जल्दी से जल्दी तीनों कृषि कानूनों को वापस ले तकि किसान आंदोलन खत्म कर अपने अपने घर वापस जा सकें।
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आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे किसान, कर रखी है दिसंबर तक की तैयारी -लड़ाई केवल किसानों की नहीं यह गरीब, छोटे व्यापारियों के लिए भी हैं: टिकैत