अगर आपको अचानक चक्कर आने लगे या फिर सिरदर्द होने लगे तो समझ लो कि आपको तुरंत डॉक्टर की जरूरत है। ये लक्षण उच्च रक्त चाप यानि कि हाईपरटेंशन या हाईबीपी के हो सकते हैं। इसका उपचार स्वयं करने की कोसिस नहीं करें, बल्कि जल्द ही नजदीकी अस्पताल में जाकर चिकित्सक से उचित परामर्श और दवा लें। यह बात डॉ मुकेश चौधरी ने एएनएम टेनिंग सेंटर में आयोजित संगोष्ठी में कही। संगोष्ठी का आयोजन विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के उपलक्ष्य में किया गया था।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ओपी बैरवा ने बताया कि संगोष्ठी में डॉ मुकेश चौधरी ने कहा कि यह बीमारी आजकल सभी आयुवर्ग के लोगों में देखने को मिल रही है। युवा इसकी चपेट में अधिक आ रहे हैं। उन्होंने सलाह दी कि नमक का उपयोग कम करें, सब्जी आदि में यदि नमक कम है तो उपर से नहीं डालें। इसके अलावा रोजाना हल्का फुल्का व्यायाम करें और अपनी जीवनचर्या को आसान रखें। चिंता चिता समान है, यह युक्ति सही बताते हुए एएनएमटीसी के प्राचार्य धर्मेन्द्र शर्मा कहा कि अधिक चिंता करना भी हाईपर टेंशन की निशानी हो सकती है, इसलिए न तो टेंशन लें और न ही किसी को टेंशन दें। इस अवसर पर एएनएमटीसी के प्राचार्य धर्मेन्द्र शर्मा सहित काफी संख्या में नर्सिग छात्राएं और अन्य लोग मौजूद थे। इसके अलावा विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के उपलक्ष्य में शिवकॉलोनी स्थित परशुराम धर्मशाला में एक चिकित्सा शिविर का आयोजन भी किया गया। शिविर में डॉ मुकेश चैधरी, डॉ एलएल दातोनिया ने मरीजों की शुगर व बीपी की जांच और उपचार किया। शिविर में करीब 150 मरीजों ने अपनी जांच कराई। उच्च रक्तचाप के मरीजों को दवा दी गई और उन्हें इस बीमारी के प्रति सावचेत भी किया गया।
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एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में संगोष्ठी आयोजित