नई दिल्ली । डीटीसी बसों के अंदर यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज संरक्षित करने के लिए संबंधित डिपो में रखी गईं हार्ड डिस्क ही सुरक्षित नहीं हैं। अलग-अलग बस डिपो से 93 हार्ड डिस्क चोरी हो चुकी हैं। कैमरे से जुड़ी प्रणाली की देखभाल करने वाली टीसीआईएल कंपनी ने बीते दिनों परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के साथ हुई बैठक में यह मुद्दा उठाया। इसके बाद मंत्री ने परिवहन विभाग के प्रधान सचिव को गंभीरता से जांच व कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, सरकार ने दिल्ली की सभी डीटीसी और क्लस्टर बसों के अंदर सीसीटीवी कैमरा अनिवार्य कर दिया है। एक बस के अंदर तीन कैमरे लगाए जाते हैं। भविष्य में किसी घटना की जांच में इस्तेमाल के लिए कम से कम 60 दिन तक की फुटेज संरक्षित रखी जाती है। इसके लिए सभी डिपो में वहां की बसों में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग को सुरक्षित रखने के लिए हार्ड डिस्क का प्रयोग होता है। बीते दिनों परिवहन मंत्री के यहां कश्मीरी गेट में बन रहे कंट्रोल रूम को लेकर बैठक हुई थी। बैठक में बसों के अंदर सीसीटीवी कैमरे को लेकर भी चर्चा हुई। इस दौरान संबंधित कंपनी ने हार्ड डिस्क चोरी का मुद्दा उठाया है। कंपनी के अनुसार, कुल 93 हार्ड डिस्क गायब हो चुकी हैं।
रीजनल नार्थ
डीटीसी बसों में लगे सीसीटीवी कैमरों की 93 हार्ड डिस्क चोरी