नई दिल्ली । दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के बीच रविवार शाम 5 बजे तक दिल्ली सरकार के 3 बड़े, केंद्र सरकार के 4 और 44 निजी अस्पतालों में वेंटीलेटर बेडों की संख्या शून्य हो गई है। इन अस्पतालों में राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, एम्स ट्रामा, बुराड़ी अस्पताल, बेस हॉस्पिटल दिल्ली केंट, दीप चंद बंधु अस्पताल, उत्तरी रेलवे अस्पताल और एम्स झज्जर शामिल हैं। वहीं दिल्ली के 44 प्राइवेट अस्पतालों में वेंटीलेटर की संख्या शून्य है।
दिल्ली में 11 अप्रैल शाम 5:00 बजे तक कोरोना ऐप के मुताबिक सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों का हाल यह है कि कोरोना मरीज़ों के लिए सामान्य बेडों की कुल संख्या 11,727 है और 5363 बेड खाली हैं। यानी कुल उपलब्ध बेडों में से 54.36% बेड पर मरीज़ भर्ती हैं। कोरोना मरीज़ों के लिए कुल 1153 वेंटीलेटर बेड उपलब्ध हैं और इनमें से 307 बेड ही खाली हैं। यानी कुल उपलब्ध बेड में से 73.37% वेंटीलेटर पर मरीज़ भर्ती हैं।
कोरोना मरीज़ों के लिए कुल 1852 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं और इनमें से 511 आईसीयू बेड ही खाली हैं। यानी कुल उपलब्ध बेड में से 72.4% आईसीयू बेडों पर मरीज़ भर्ती हैं।
रीजनल नार्थ
दिल्ली में केंद्र सरकार के 4 सरकारी और 44 निजी अस्पतालों में वेंटीलेटर बेडों की संख्या शून्य हुई