राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में पूर्व प्रधानमंत्रि अटलबिहारी वाजपेयी के आदमकद तैलचित्र का अनावरण किया। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद सहित संसद सदस्य और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित हुए। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, भारतीय राजनीति के महानायकों में अटल जी को हमेशा याद किया जाएगा। राजनीति में विजय और पराजय को स्वीकार करने में जिस सहजता और गरिमा का परिचय उन्होंने दिया है, वह अनुकरणीय है। वे विपरीत परिस्थितियों में धैर्य की मिसाल थे। राष्ट्रपति ने कहा कि संसद के सेन्ट्रल हॉल में देश की अन्य विभूतियों के चित्रों के साथ अटलजी के चित्र को स्थान देने के निर्णय के लिए मैं दोनों सदनों के सांसदों की बहुदलीय पोर्ट्रेट कमिटी के सभी सदस्यों को साधुवाद व बधाई देता हूँ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, अटल जी के जीवन पर बहुत सी बातें की जा सकती हैं। घंटो तक कहा जा सकता है फिर भी पूरा नहीं हो सकता। ऐसे व्यक्तित्व बहुत कम होते हैं। उन्होंने कहा, व्यक्तिगत जीवन के हित के लिए कभी अपना रास्ता न बदलना, ये अपने आप में सार्वजनिक जीवन में हम जैसे कई कार्यकर्ताओं के लिए बहुत कुछ सीखने जैसा है। मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में कोई दुश्मन नहीं होता है। लोकतंत्र में स्पर्धी होते हैं और स्पर्धी होने के बावजूद एक दूसरे के प्रति आदर भाव रखना, सम्मान के साथ देखना यहअटलजी के व्यक्तित्व से सीखने वाला विषय है। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति नायडू, लोकसभा अध्यक्ष महाजन, राज्यसभा में विपक्ष के आजाज ने भी अपने विचार रखे। उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर के अंत में पोर्ट्रेट समिति की बैठक में अटल बिहारी वाजपेयी का तैल चित्र केंद्रीय कक्ष में लगाने का निर्णय लिया गया था। संसद की पोर्ट्रेट समिति की अध्यक्ष और स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अटल बिहारी वाजपेयी का तैल चित्र लगाये जाने की तिथि का फैसला किया। इस तैल चित्र को चित्रकार कृष्ण कन्हाई ने तैयार किया है।