कोलकाता । पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार पर मंडरा रहे कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए भाजपा ने बाकी तीन चरणों के चुनाव अभियान के लिए वर्चुअल प्रचार की पूरी तैयारी कर ली है। चुनाव आयोग शुक्रवार को सभी दलों के साथ बैठक में स्थिति की समीक्षा करेगा और उसके बाद फैसला लेगा। दरअसल, हाईकोर्ट के सख्त रुख के बाद आयोग प्रचार अभियान में खासकर रोड शो और रैलियों में खुलकर हो रहे कोरोना प्रोटोकाल के उल्लंघन के बाद हरकत में आया है। इसे देखते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों ने भावी परिस्थितियों के मद्देनजर अपने प्रचार अभियान की समीक्षा शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने बाकी चरणों के प्रचार अभियान के लिए सभी तरह के विकल्प तैयार कर रखे हैं। अगर चुनाव आयोग रैलियों और रोड शो को रोकता है तो पार्टी वर्चुअल अभियान के लिए भी तैयार है। भाजपा ने इसके लिए सोशल मीडिया खासकर फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सऐप समूह और यूट्यूब पर प्रसारण की तैयारी की है। इन माध्यमों पर बड़े नेताओं की सभाओं को वर्चुअल माध्यम से दिखाया जा सकेगा और चुनाव प्रचार सामग्री को भी इन माध्यमों से जनता के पास ले जाया जाएगा। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि आयोग क्या फैसला लेता है, लेकिन माना जा रहा है कि कुछ न कुछ सख्ती जरूर होगी, क्योंकि देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और हालत विकराल हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल में भी आंकड़ा 6000 तक पहुंच गया है। इतना ही नहीं मुर्शिदाबाद से कांग्रेस के उम्मीदवार की कोरोना संक्रमण से मौत भी हो गई है। ऐसे में चुनाव आयोग अब बहुत ज्यादा ढील बरतने के मूड में नहीं लगता है। हालांकि आयोग ने पूर्व में इस तरह की स्थितियों को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन जब हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई तब कहीं वह हरकत में आया है। हालांकि राजनीतिक दलों ने अभी तक इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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हाईकोर्ट की सख्ती के बाद हरकत में आया चुनाव आयोग