नई दिल्ली । अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने दिल्ली में कोरोना के बिगड़ते हालातों को संभालने के लिए नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू के बाद शनिवार को एक और बड़ा कदम उठाया है। दिल्ली सरकार ने कोविड़-19 प्रबंधन के लिए 10 आईएएस अफसरों के बाद अब 15 दानिक्स (दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दादरा और नगर हवेली, और दमन और दीव सिविल सेवा) अफसरों को भी राजधानी के 15 बड़े निजी अस्पतालों में नोडल अधिकारी के रूप में तैनात कर दिया है। साथ ही दिल्ली सरकार द्वारा कोरोना मरीजों के प्रबंधन की निगरानी के लिए विभिन्न निजी अस्पतालों में नोडल अधिकारी के रूप में तैनात सभी वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारियों को इन अस्पतालों में कोविड़-19 टीकाकरण की निगरानी का काम भी सौंपा गया है। दिल्ली सरकार ने उसके द्वारा संचालित कोविड-19 अस्पतालों के लिए शुक्रवार को 10 आईएएस अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया और सभी से तय अस्पतालों से काम करने को कहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अधिकारी उन्हें सौंपे गए कोविड-19 अस्पताल के प्रभारी होंगे। सामान्य निगरानी, निर्देश देने के साथ साथ अस्पताल के कामकाज पर उनका नियंत्रण होगा।
दिल्ली में कोविड-19 प्रबंधन के लिए नोडल मंत्री बनाए गए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस कदम से मरीज प्रबंधन बेहतर होगा और फैसले जल्दी लिए जा सकेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, ''प्रत्येक अधिकारी अपने अपने तय अस्पताल में रहेंगे और लोगों की शिकायतें दूर करने की मजबूत व्यवस्था भी सुनिश्चित करेंगे। अस्पताल में प्रमुख जगहों पर नोडल अधिकारी का नाम और फोन नंबर प्रदर्शित किया जाएगा। भारतीय प्रशासनिक सेवा के ये अधिकारी अपने पुराने कार्यालय के कर्मचारियों की भी मदद ले सकेंगे।
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केजरीवाल सरकार का बड़ा कदम आईएएस और दानिक्स अफसरों को सौंपी कमान