ग्रीनलैंड और अंटार्कटिका में तेजी से पिघलती बर्फ के कारण समुद्र का वैश्विक स्तर अनुमान से कहीं अधिक बढ़ सकता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि ग्रीनलैंड और अंटार्कटिका में बर्फ की पिघलती चादर और इसके बाद समुद्र स्तर के बढ़ने से तटीय इलाके में रहने वाले समुदायों और पारिस्थितिक तंत्र के लिए गंभीर खतरा पैदा हो रहा है। शोध बताता है कि तटीय समुदाय इस संभावना को खारिज नहीं कर सकते कि 21वीं सदी में समुद्र स्तर में दो मीटर की वृद्धि हुई। विश्वविद्यालय में प्रोफेसर जोनाथन बैम्बर ने कहा, समुद्र स्तर में इतनी वृद्धि से खाद्य उत्पादन के अहम क्षेत्रों सहित 17.9 लाख वर्ग किलोमीटर भूमि का नुकसान और 18.7 करोड़ लोगों का विस्थापन हो सकता है। समुद्र स्तर में इतनी तेजी से वृद्धि के, मानवता के लिए गंभीर परिणाम होगा।