नई दिल्ली । भारत में कोरोना वायरस के कहर के बीच ऑक्सीजन को लेकर भी चारों तरफ हाहाकार है। विशाखापट्टनम स्टील प्लांट से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों को लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन के शनिवार को मुंबई पहुंचने की संभावना है। इस बीच लखनऊ से बोकारो स्टील प्लांट के लिए खाली ऑक्सीजन टैंकर लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन को ग्रीन कोरिडोर से भेजा जा रहा है।
बता दें कि महाराष्ट्र की हालत कोरोना से सबसे अधिक खराब है।देश में विभिन्न अस्पतालों और कोविड-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन कमी को पूरा करने के लिए भारतीय रेल ने विशेष ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की है। इससे सड़क मार्ग से लाने-ले जाने वाले ऑक्सीजन टैंकरों को जल्दी से जल्दी विभिन्न स्टील प्लांट पर ले जाकर वहां से ऑक्सीजन भरकर बड़े शहरों तक पहुंचाया जा सकेगा। विशाखापट्टनम में स्टील प्लांट में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों में भरी गई है। मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर लेकर ट्रेन शनिवार को मुंबई पहुंच जाएगी। इस बीच एक और ऑक्सीजन एक्सप्रेस लखनऊ से बोकारो स्टील प्लांट के लिए रवाना हुई है। ट्रेन को ग्रीन कॉरिडोर से 62 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति से ले जाया जा रहा है। ट्रेन बोकारो स्टील प्लांट से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लेकर वापस उत्तर प्रदेश आएगी। इस बीच मध्य प्रदेश व अन्य राज्यों के लिए भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के मेरठ में संतोष हॉस्पिटल के बाद मेरठ मेडिकल कॉलेज में भी ऑक्सीजन के कारण मरीजों की जान पर बन आई। हालांकि मोदीनगर से मेरठ तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 20 मिनट में व्यवस्था कराई गई, तब जाकर ऑक्सीजन के साथ टीम मेडिकल पहुंची। मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में दो कंपनियों की ओर से ऑक्सीजन की सप्लाई होती है। मेडिकल इमरजेंसी में 75 से 80 मरीजों का इलाज हो रहा है। 68 मरीजों को ऑक्सीजन भी दी जा रही है।
रीजनल वेस्ट
भरे टैंकरों को लेकर मुंबई पहुंचेगी पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस