पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) तीन छोटे सरकारी बैंकों का अधिग्रहण करने की तैयारी कर रहा है। इनमें ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, आंध्र बैंक और इलाहाबाद बैंक शामिल है। अगले तीन महीनों में पीएनबी बैंकों के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर सकती है। सरकार कर्ज से लदे बैंकिंग सेक्टर की मुश्किलें दूर करने के लिए बैंकों का विलय कर रही है। इस साल की शुरुआत में पहली बार तीन बैंकों का विलय हुआ था। उस वक्त देना बैंक और विजया बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हो गया था। इस विलय के बाद यह सेबी के बाद दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया था। विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के पास 9500 ब्रांच, 13,400 एटीएम और 85,000 कर्मचारी हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा में देना बैंक और विजया बैंक का विलय 1 अप्रैल से प्रभावी है। इससे पहले 2017 में एसबीआई ने अपने पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया था।
इलाहाबाद बैंक, ओबीसी और आंध्र बैंक के खाताधारकों को इस मर्जर प्रक्रिया से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। बैंक जो भी फैसले लेगा उसके बारे में ग्राहकों को पहले सूचित किया जाएगा। हालांकि, खाताधारकों के लिए थोड़ा कागजी काम जरूर बढ़ जाएगा। पीएनबी में विलय के बाद इलाहाबाद बैंक, ओबीसी और आंध्र बैंक के खाताधारकों को नए चेकबुक, पासबुक बनवाने होंगे। इसके लिए बैंक पर्याप्त समय देगा और खाताधारकों की पूरी मदद करेगा। इस तरह के मर्ज होने से उस बैंक के ग्राहकों का थोड़ा पेपरवर्क बढ़ जाता है। इसके लिए केवाईसी का प्रॉसेस फिर से करना होता है। वहीं आपका एटीएम और पासबुक नए सिरे से अपडेट होता है तो इसके लिए हल्का पेपरवर्क करना पड़ सकता है। इसमें कुछ वक्त भी लग सकता है।
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पीएनबी में तीन छोटे बैंकों का होगा विलय - अगले तीन महीनों में अधिग्रहण की प्रक्रिया होगी शुरू