मुंबई, । देश को जब भी जरूरत पड़ी है भारतीय रेलवे ने आगे बढ़कर मदद की है. पिछले साल कोरोना के दौर में भारतीय रेलवे ने लोगों को अपने घरों तक पहुंचानें में खूब मदद की थी. दिन रात एक करके लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया था. अब एक बार फिर से कोरोना संकट के दौर में भारतीय रेलवे लगातार जनता और सरकार दोनों की ही मदद में लगी हुई है. खाकर जब देशभर में ऑक्सीजन की कमी होने लगी तब भारतीय रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने का निर्णय लिया और देश की पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस का सफलतापूर्वक संचालन करके महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन पहुँचाने के बाद अब रेलवे से महाराष्ट्र से तीन और ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की तैयारी कर ली हैं. इसके लिए मध्य रेलवे ने अपने कलंबोली, नासिक और नागपुर के यार्ड में एक-एक ऑक्सीजन एक्सप्रेस को तैयार करके रखा हुआ है, ताकि जैसे ही महाराष्ट्र सरकार की तरफ से डिमांड आए, बिना देर किए हुए उसे ऑक्सीजन लेने जाने के लिए हरी झंडी दिखाई जा सके. जानकारी के मुताबिक पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने के बाद रेलवे को पूरे रूट का अंदाजा हो गया है और अब और जल्दी ऑक्सीजन ले आया जा सकता है. इसके लिए रेलवे ने अपनी तैयारी तो पूरी करके रखी हुई है, लेकिन जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार के पास टैंकरों की काफी कमी पड़ रही है. इसी कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में टैंकरों को ऑक्सीजन टैंकर में परिवर्तित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक करीब 70 से 90 टैंकरों को परिवर्तित करने का काम शुरू हो चुका है और जल्द ही यह पूरा कर लिया जाएगा, ताकि राज्य में बिगड़ते हालात से निपटने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन मुहैया कराया जा सके. मालूम हो कि जब मध्य रेलवे के नवी मुंबई के कलंबोली यार्ड से पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना हुई थी, उस वक़्त भी राज्य का परिवहन विभाग सिर्फ 7 टैंकर ही मुहैया करा पाया था. इन टैंकरों को लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस विशाखापट्टनम गई थी,जहां से 7 टैंकरों में ऑक्सीजन भरकर वापस आई थी. टैंकरों की कमी की वजह से ऑक्सीजन एक्सप्रेस के कुछ हिस्से खाली ही लौटे थे.
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मध्य रेलवे तीन और ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की तैयारी में - भारतीय रेलवे लगातार जनता और सरकार की कर रही मदद