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 मरीज एंबुलेंस के लिए परेशान निजी चालक वसूलने लगे मनमाने दाम

 मरीज एंबुलेंस के लिए परेशान निजी चालक वसूलने लगे मनमाने दाम


नई दिल्ली । दिल्ली में ऑक्सीजन, दवाईयों के बाद अब एंबुलेंस की कमी सामने आने लगी है। मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने और शवों को शमशान घाट तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस नहीं मिल पा रही है। कुछ निजी एंबुलेंस चालकों ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया है। शवों को शमशान घाट तक पहुंचाने वाले निजी एंबुलेंस चालकों ने मनमाना शुल्क वसूलना शुरू कर दिया है। जिसके चलते लोगों के सामने बड़ी परेशानी आ रही है। इसके अलावा सरकारी एंबुलेंस सर्विस कैट्स एंबुलेंस लोगों को मदद नहीं कर पा रही है। एंबुलेंस का रिस्पांस समय एक एक घंटे तक बढ़ गया है। रिस्पांस समय बढ़ने के बाद सरकार ने 300 के करीब निजी एंबुलेंस किराए पर ली है। बावजूद इसके लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है और लोग एंबुलेंस के लिए परेशान हैं। दिल्ली में लोगों को एंबुलेंस नहीं मिलने के चलते लोग निजी एंबुलेंस की मांग बढ़ गई है। ऐसे में निजी एंबुलेंस चालकों ने मनमानी शुरू कर दी है। कई मामलों में सामने आया है कि शव लेकर जाने वाली एंबुलेंस किलोमीटर के हिसाब से पैसे वसूल रहे हैं। जो हजारों में हैं। 
पीतमपुर स्थित भगवान महावीर अस्पताल में एक 58 वर्षीय उर्मिला गुप्ता का कोरोना से निधन हो गया। उनका शव दो दिन तक अंतिम संस्कार के लिए अस्पताल की मार्चरी में इंतजार करता रहा क्योंकि उनके बच्चे अमेरिका और मुम्बई में फंसे हुए थे। ऐसे में उन्होंने दिल्ली में मौजूद एक व्यक्ति से अंतिम संस्कार के लिए मदद मांगी। जिसके बाद सीमापुर स्थित शमशान घाट पर उनकी अंतिम संस्कार करना तय हुआ। लेकिन सबसे बड़ी समस्या थी कि शव को पीतमपुरा से लेकर सीमापुरी कैसे लाया जाए क्योंकि अस्पताल एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवा पा रहा था और निजी एंबुलेंस मिल नहीं रही थी। करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एक निजी एंबुलेंस मिली। एंबुलेंस वाला शव लेकर जाने के लिए तैयार हो गया। लेकिन उसने इसके एवज में 23 किलोमीटर चलने के लिए 16 हजार रुपए की मांग की। मुसिबत के समय एंबुलेंस चालक को 16 हजार रुपए दिए गए और उसने शव सीमापुरी शमशान घाट पहुंचाई। जिसके बाद बुजुर्ग महिला के शव का अंतिम संस्कार किया जा सका। कोरोना से मौत के बाद एक युवक अपनी पत्नी के शव को अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट लेकर गया। लेकिन वहां पर लंबी लाइन लगी होने के चलते अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका। ऐसे में वह युवक पत्नी के शव को लेकर घर नहीं गया और एंबुलेंस में शव लेकर घुमता रहा। ऐसे में एंबुलेंस चालक ने युवक से एक रात के लिए 50 हजार रुपए की मांग की और एंबुलेंस में शव रखने के लिए युवक ने 50 हजार रुपए दिए।
 

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