जिले के बड़ौदा थाने के बागल्दा गांव में साल १९७८ में हुए दोहरे हत्याकांड में ४० सालों से फरार चल रहा एक १० हजार रुपए का इनामी आरोपी पुलिस ने राजस्थान के नवियाकीबाड़ गांव से पकड़ लिया है। उक्त आरोपी गांव में फड़ (पत्थर-पट्टी बेचने) का कारोबार कर रहा था। जब हत्याकांड हुआ तब आरोपी की उम्र २५ साल थी और अब आरोपी ६५ साल का हो चुका है।जानकारी के अनुसार बड़ौदा तहसील के बागल्दा गांव में १९७८ में एक महिला के अवैध संबंधों को दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। हत्याकांड में पुलिस ने फरियादी मोइनउद्दीन पुत्र गुमान खां की रिपोर्ट पर से बागल्दा निवासी हसन खां, कासिम खां, बहादुर खां, जमील खां, अंतर्गत खां, कुन्नू खां, समसू खां, मुंशी खां, लियाकत खां, फखरुद्दीन खां के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। तत्समय सात आरोपियों को पकड़कर कोर्ट में पेश कर दिया गया, जिन्हें आजीवन कारावास की सजा भी हो चुकी है। लेकिन मामले में तीन आरोपी मुंशी खां, लियाकत खां, फखरुद्दीन खां तभी से फरार बने हुए थे, जिन पर पुलिस ने २०१४ में १०-१० हजार रुपए का इनाम घोषित किया। लेकिन पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि १० हजार का इनामी आरोपी फखरुद्दीन नाम बदलकर राजस्थान की गंगापुर सिटी के गांव नवियाकीबाड़ में रह रहा है और यहां उसने अपना नाम कमरुद्दीन रखते हुए फड़ का व्यवसाय किया हुआ है, जिसे पुलिस दबोचकर श्योपुर ले आई।