मुंबई । मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बुधवार देर रात सिंह के खिलाफ मुंबई पुलिस के ही एक इंस्पेक्टर बीआर घडगे की शिकायत पर एससी-एसटी ऐक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई। घडगे ने हाल ही में मुख्यमंत्री और गृहंत्री को चिट्ठी लिख परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। अब इन आरोपों को लेकर परमबीर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। परबमीर सिंह के साथ ही 32 अन्य पुलिसकर्मियों पर भी एफआईआर की गई है। अकोला पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात घडगे महार समुदाय से आते हैं, जो कि पिछड़ी जाति की श्रेणी में है। घडगे ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि उन्होंने साल 2013 में परमबीर सिंह के कुछ अवैध आदेशों को नहीं माना था। उन्होंने कहा कि सिंह उस समय कल्याण नगरपालिका मामले में परमबीर सिंह ने उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए दूसरों के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा ताकि उन्हें परेशान किया जा सके। घडगे का आरोप है कि सिंह ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखते हैं। एफआईर में अन्य पुलिसकर्मियों का भी नाम है, जो सिंह के कमिश्नर रहते हुए ठाणे पुलिस थाने में तैनात थे। मामले में 27 धाराएं लगाई गई हैं जिसमें एससी-एसटी ऐक्ट की कुछ धाराएं भी शामिल हैं। बता दें कि परमबीर सिंह को बीते महीने मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाया गया था। मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने और फिर पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की गिरफ्तारी के बाद सिंह पर यह कार्रवाई की गई थी।
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मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की आफत बढ़ी