शिमला । कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है। मरीजों की संख्या में बेतहाशा इजाफा होने से व्यवस्था चरमराती जा रही है। ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की जान जा रही है। मरीज की मौत के बाद शव के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। हिमाचल प्रदेश में कोरोना के कारण जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के शव को कूड़े की गाड़ी में श्मशान स्थल तक ले जाने का मामला सामने आया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन दावों की जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें सोलन जिले में कोविड-19 के कारण मरे एक व्यक्ति का शव कूड़े की गाड़ी में श्मशान स्थल तक ले जाया गया।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने सोलन के उपायुक्त के सी चमन को मामले की जांच करने और रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है।मामला तब संज्ञान में आया जब कृष्ण टिंकू ने कहा कि ईएसआई बद्दी अस्पताल में मौत के 24 घंटे बाद उनके भाई का शव उन्हें सौंपा गया। टिंकू ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने शव को कूड़ा उठाने वाली ट्रैक्टर ट्रॉली से श्मशान स्थल तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि उनके 54 वर्षीय भाई आरकी के रहने वाले थे और कुछ दिनों पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 संक्रमण से 22 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 1,429 हो गयी। वहीं संक्रमण के 1,096 नए मामले सामने आए जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 94,985 हो गयी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में बताया। राज्य के विशेष स्वास्थ्य सचिव निपुण जिंदल के अनुसार हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में 16,041 मरीजों का उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 1,109 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिससे संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 77,444 हो गयी है।
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कूड़ा ढोने वाली गाड़ी में श्मशान घाट ले जाया गया शव