YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

आर्टिकल

कोरोना के कारण मानसिक आघात से बचाव -अश्वगंधारिष्ट 

कोरोना के कारण मानसिक आघात से बचाव -अश्वगंधारिष्ट 

वर्तमान काल में कोरोना काल में सभी लोग यानी मरीज़ एवं जन सामान्य मानसिक रूप से अवसाद  और तनाव में हो रहे हैं ।इन दिनों कोरोना  के कीटाणुओं का प्रभाव शरीर और मन पर प्रभाव पड़ रहा हैं उसके लिए कई प्रकार की दवाये उपलब्ध हैं ,आयुर्वेद में इन स्थितिओं से निपटने के अश्वगधारिष्ट बहुत ही उपयोगी और
                आयुर्वेद ने हमें कई औषधियों का उपहार दिया है। अश्वगंधारिष्ट, आयुर्वेद के इन्हीं उपहारों में से एक है। इसे बनाने के लिए अश्वगंधा, मुसली, मंजिष्ठा, हरड़ और हल्दी आदि बेहद प्रभावी और महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। अश्वगंधारिष्ट में इन जड़ी बूटियों का एक अन्तर्निहित शक्तिशाली मिश्रण उपलब्ध रहता है जिससे कि यौन विकारों और मानसिक विकारों के उपचार में बहुत सहायता मिलती है। इसकी सहायता से आप न सिर्फ तनाव, चिंता, याददाश्त में कमी और अन्य मानसिक समस्याओं का उपचार कर सकते हैं बल्कि इससे आपको कई पोषक तत्वों की भी आपूर्ति में मदद मिलती है।
             अश्वगंधारिष्ट आयुर्वेदिक विज्ञान के आधार पर सभी वात प्रबलता रोगों में लाभदायक है।
              अश्वगंधारिष्ट की सहायता से पुरुषों के बांझपन और नपुंसकता के साथ साथ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में भी काफी मदद मिलती है। अश्वगंधारिष्ट को आप अश्वगंधा पर आधारित एक आयुर्वेदिक तरल मिश्रण समझ सकते हैं जिसका इस्तेमाल आप बीमारी और सामान्य दुर्बलता की एक किस्म में सफलता पूर्वक कर सकते हैं। इसके कई विलक्षण गुणों के कारण आप इसे एक स्वास्थ्य टॉनिक भी मान सकते हैं जो कि एक लंबी बीमारी के बाद हमारी शक्ति को पुनः स्थापित करने और हमारे समग्र स्वास्थ्य के सुधार में मददगार है।
          अश्वगंधारिष्ट के लाभ
         अश्वगंधारिष्ट कितनी महत्वपूर्ण औषधि है। इसका इस्तेमाल कई रोगों या समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
           अवसाद और चिंता में
           अश्वगंधारिष्ट एक बेहद प्रभावशाली और दमदार आयुर्वेदिक औषधि है। कई महत्वपूर्ण समस्याओं के निदान के लिए इसका सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया जाता है। अवसाद और चिंता के मरीजों के इलाज में भी ये मदद करता है।
            याददाश्त सुधारने में
             अश्वगंधारिष्ट में मिश्रित तमाम जड़ी-बूटियों का संयुक्त प्रभाव इतना ज्यादा होता है कि इससे हमारी याददाश्त में भी आशाजनक सुधार आता है। यदि आप इसका नियमित   इस्तेमाल करें तो प्रभावी रूप से ये आपके मस्तिष्क की क्षमता को भी सुधारेगा।
              नसों को शांत करने में
इसकी मदद से आप अपने शरीर के नसों को भी आराम दे सकते हैं।  इसके इस्तेमाल से हमारे शरीर की नसें शांत होती हैं। इसके नियमित  सेवन से आपको कई स्वास्थ्यवर्धक फायदे मिलते हैं।
         पाचन तंत्र की मजबूती के लिए
        हमारे शरीर के पाचनतंत्र का बेहतर सेहत कई बीमारियों के संभावना को खत्म कर सकता है। जब आप अश्वगंधारिष्ट का सेवन करते हैं तो आपके पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है। मजबूत पाचनतंत्र आपके लिए स्वास्थ्य का द्योतक साबित होता है।
           स्वास्थ्य सुधार में मदद
          अश्वगंधारिष्ट में पाए जाने वाले तमाम गुणों के आधार  इसका सेवन आपको कई स्वास्थ्य लाभ देकर आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। यानी ये कहा जा सकता है कि ये आपके समग्र स्वास्थ्य के सुधार में मदद करता है।
            सावधानियां
        ज़्यादातर लोग अश्वगंधारिष्ट खाने के बाद लेते हैं। किंतु हर किसी की प्रतिरोधक क्षमता अलग होती है इसलिए अश्वगंधारिष्ट लेने से पहले चिकित्सकीय मदद अवश्य लें।
          कुछ दवाइयों को भारत सरकार ने अनुसूची H या X में डाल दिया है, यानी यह नियंत्रित पदार्थ हैं।
         अश्वगंधारिष्ट को रोकने से पहले अपनी स्थिति अपने डॉक्टर को बतायें और फिर निर्णय लें।
विशेषज्ञों से बात करने के बाद ही अपने लिए तय करना चाहिए कि अश्वगंधारिष्ट की सही मात्रा कितनी होनी चाहिए।
(लेखक -डॉ अरविन्द प्रेमचंद जैन) 

Related Posts