कोलकाता । 4 राज्यों यानी पश्चिम बंगाल, असम, केरल और तमिलनाडु के साथ केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में हुए चुनावों की मतगणना आज हो रही है। कोरोना की वजह से इस साल चुनावों का रंग फीका सा रहा और मतगणना भी तमाम पाबंदियों के बीच हो रही है। हालांकि, बंगाल चुनाव नतीजों पर इस बार सबकी नजरें टिकी हुई हैं। चुनाव मूल रूप से बीजेपी और टीएमसी के बीच माना जा रहा है। अधिकतर एग्जिट पोल में जहां टीएमसी की वापसी की भविष्यवाणी की गई है तो वहीं कुछ सर्वे के मुताबिक, राज्य में बीजेपी सरकार बना लेगी। हालांकि, लगभग सारे ही एग्जिट पोल में बीजेपी को फायदा होते और टीएमसी को भारी नुकसान होते बताया गया है। बंगाल चुनाव में सीएम ममता बनर्जी की सीट को लेकर भी उत्सुकता बनी हुई है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि पहली बार वह अपनी सीट भवानीपुर की बजाय नंदीग्राम से चुनावी मैदान में उतरी हैं। यहां उन्हें टक्कर दे रहे हैं, उनके ही करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी, जो अब बीजेपी में आ चुके हैं। हालांकि, बंगाल की जनता ने किसे सत्ता सौंपी है इसका फैसला आज हो जाएगा। पश्चिम बंगाल के चुनावों में सीएम ममता की वापसी का दावा करने वालों में से एक एबीपी नील्सन-सी वोटर सर्वे के मुताबिक राज्य में टीएमसी को 152 से 164 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, बीजेपी को 109 से 121 सीटें ही मिलेंगी। बंगाल में टीवी 9 भारतवर्ष-पोलस्ट्रेट के सर्वे में भी टीएमसी के ही सबसे बड़ी पार्टी होने का अनुमान जताया गया है। सर्वे में टीएमसी को 142 से 152 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है। वहीं बीजेपी को 125 से 135 सीटें मिलने का अनुमान है। इसके अलावा लेफ्ट को 16 से 26 सीटें मिल सकती हैं। सीएम ममता बनर्जी की सीट नंदीग्राम पर संग्राम तो रोचक है ही इसके अलावा बंगाल की कुछ और सीटें भी हैं जहां पर हार-जीत के लिए बीजेपी और टीएमसी में कांटे की टक्कर है। इनमें टॉलीगंज, तारकेश्वर, कमरहट्टी, कृष्णानगर, चुंचुरा, कोलकाता पोर्ट, बांकुरा, आसनसोल दक्षिण, बारानगर, मेदिनीपुर भी शामिल हैं। राज्य में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में 294 में से 292 सीटों पर चुनाव हुए थे। इस चुनाव में कुल 2 हजार 116 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला होना है। शमशेरगंज और जंगीपुर सीट पर उम्मीदवारों के निधन के कारण चुनाव को टाल दिया गया था।