नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी के संसदीय इलाके पूर्वांचल में कई दिग्गजों को पंचायत चुनाव में करारा झटका लगा है। चुनावी मैदान में उतरे परिवार के लोगों को हार का सामना करना पड़ा है। हार का सामना करने वालों में भाजपा के दिग्गज ज्यादा हैं। सपा नेताओं को भी झटका लगा है। हालांकि कुछ राजनेताओं के परिवार में जीत के बाद खुशियां भी आई हैं। मिर्जापुर में एससी एसटी आयोग के प्रदेश उपाध्यक्ष युवा भाजपा नेता मनीराम कॉल जिला पंचायत सदस्य का चुनाव बुरी तरह हार गए। वह तीसरे स्थान पर चले गए। यहां सपा के जिला अध्यक्ष दिलीप चौधरी के इंजीनियर बेटे अखिलेश चौधरी बिहार वार्ड संख्या 3 से मैदान में उतरे थे। वह भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए हैं। आज़मगढ़ में भाजपा समर्थित जिला पंचायत प्रत्याशी ज्योति राय को करारी हार मिली है। ज्योति पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद राय की पुत्र वधु हैं। विनोद भाजपा के गोरखपुर प्रांत के उपाध्यक्ष हैं।
आजमगढ़ में ही भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रेमप्रकाश राय के भाई हरिप्रकाश राय और भतीजा आकाश राय जिला पंचायत सदस्य समेदा औऱ ग़ज़हरा से चुनाव हार गए हैं। उन्ही के भाई ओमप्रकाश राय भी सठियांव से प्रधान पद हार गए। देवरिया में सलेमपुर से भाजपा विधायक काली प्रसाद की पत्नी और भतीजा बीडीसी का चुनाव हार गए। पत्नी भागलपुर के इसारु और भतीजा धरमेर से दावेदार थे। माना जा रहा है कि भागलपुर की आरक्षित सीट पर घर के किसी सदस्य को चुनाव लड़ाने के लिए विधायक ने दोनों को मैदान में उतारा था। विधायक ने ब्लॉक प्रमुख की सीट पर अपने परिवार के सदस्य को बैठाने का सपना संजोए हुए थे। पत्नी स्वर्णलता देवी को इसारु और भतीजे हेमंत कुमार को धरमेर से बीडीसी का चुनाव लड़ाया था। दोनों सीटों पर पराजय का मुंह देखना पड़ा। उनकी पत्नी पांचवें स्थान पर रहीं। इसी तरह भतीजा चौथे स्थान पर रहा।
बलिया में सपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के बेटे रंजीत चौधरी जिला पंचायत का चुनाव हार गए हैं। भाजपा गोरक्ष प्रांत के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र यादव भी चुनाव हार गए हैं। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह व सचिदानन्द तिवारी को भी हार का सामना करना पड़ा है। गाजीपुर में पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह की पत्नी अंजना सिंह जिला पंचायत चुनाव हार गई। सपा ने अंजना सिंह के अधिकृत प्रत्याशी बनाया था। वहीं एमएलसी विशाल सिंह चचंल के साले की पत्नी सैदपुर से चुनाव जीत गई हैं।
बलिया में पूर्व मंत्री व दिग्गज नेता अम्बिका चौधरी के बेटे आनंद चौधरी चुनाव जीत गए हैं। मिर्जापुर में मछुआ से कांग्रेस के पीसीसी सदस्य शिव शंकर चौबे जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर पार्टी का खाता खोलने में सफल रहे। बलिया में छात्रसंघ से निकलकर जिले की पंचायत में शारदा सिंह का निर्वाचन हुआ है। शारदा को सपा ने प्रत्याशी बनाया था। वह वार्ड नम्बर 34 से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई हैं। दो साल पहले मथुरा पीजी कालेज रसड़ा में छात्रसंघ अध्यक्ष बनी थीं। आज़मगढ़ में ठेकमा से बसपा समर्पित जिला पंचायत प्रत्याशी संध्या सिंह चुनाव जीत गई हैं। वह बाहुबली भूपेंद्र सिंह मुन्ना की पत्नी हैं। आज़मगढ़ में पूर्व मंत्री और सदर विधायक दुर्गा यादव के बेटे विजय यादव ने बड़ी जीत दर्ज की है। उन्होंने सेठवल जिला पंचायत क्षेत्र से निकटतम प्रत्याशी अरुण मिश्रा को मात दी है।
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पीएम मोदी- सीएम योगी के इलाके में भाजपा दिग्गजों को झटका