नई दिल्ली। देश में टीकाकरण का तीसरा चरण इसी माह की पहली तारीख से शुरू हो गया है। तीसरे चरण में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाया जाना है। सरकार ने इससे पहले को दो चरणों में तो टीकाकरण का काम आसानी से कर लिया, लेकिन इस बार वैक्सीन की भारी किल्लत देखने में आ रही है। सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने हाल ही में कहा था कि जनवरी जब केस घटने लगे तो सरकार ने कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेना बंद कर दिया और वैक्सीन के ऑर्डर देने बंद कर दिए। इस वजह से सीरम ने टीका उत्पादन की क्षमता नहीं बढ़ाई।
इसी बीच सरकार का बयान आया है कि वैक्सीन के ऑर्डर दिए गए हैं, लेकिन कंपनियां वैक्सीन की सप्लाई नहीं कर पा रही हैं। यहां तक कि दूसरे चरण के ऑर्डर की भी पूरी वैक्सीन डिलीवर नहीं हो पाई हैं। भारत सरकार ने अपने बयान में कहा है कि सरकार की तरफ से पिछले ही महीने 160 मिलियन वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया था, जिन्हें इन तीन महीनों में डिलीवर किया जाना है। सरकार ने 28 अप्रैल को सीरम की 110 मिलियन कोविशील्ड वैक्सीन और भारत बायोटेक की 50 मिलियन कोवैक्सीन का ऑर्डर दिया है। सरकार ने यह भी कहा है कि 28 अप्रैल को ही सीरम इंस्टीट्यूट को 1732.5 करोड़ रुपए और भारत बायोटेक को 787.5 करोड़ रुपयों का भुगतान अग्रिम किया गया है। सरकार ने कहा कि ऐसे में यह कहना गलत है कि सरकार ने नए ऑर्डर नहीं दिए।
सरकार ने यह भी कहा कि ऑर्डर और पेमेंट के बावजूद अभी तक कंपनियां दूसरे ऑर्डर को भी पूरा डिलीवर नहीं कर पाई हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ने 100 मिलियन डोज के ऑर्डर में से अब तक 87.4 मिलियन डोज डिलीवर की हैं। इसी तरह भारत बायोटेक ने 8।81 मिलियन ऑर्डर डिलीवर किए हैं, जिसे 20 मिलियन डोज का ऑर्डर दिया गया था।
सरकार ने पहले चरण में 56 मिलियन कोविशील्ड का ऑर्डर 1176 करोड़ रुपयों में दिया और 10 मिलियन कोवैक्सिन का ऑर्डर 309.75 करोड़ रुपए में दिया। दूसरे चरण में सरकार ने 100 मिलियन कोविशील्ड का ऑर्डर 1575 करोड़ रुपयों में दिया और 20 मिलियन कोवैक्सिन का ऑर्डर 315 करोड़ रुपए में दिया। हालांकि, अभी तक कंपनियां यह ऑर्डर पूरा डिलीवर नहीं कर सकी हैं। तीसरे चरण में सरकार ने 110 मिलियन कोविशील्ड का ऑर्डर 1732.5 करोड़ रुपए और 50 मिलियन कोवैक्सिन का ऑर्डर 787.5 करोड़ रुपयों में दिया।
एक ओर वैक्सीन को लेकर सरकार का यह बयान आया है और दूसरी ओर अदार पूनावाला ने यूके में भी वैक्सीन बिजनस शुरू करने का मन बना लिया है। टीका उत्पादन करने वाली सबसे बड़ी फार्मा कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला इस समय ब्रिटेन चले गए हैं। उनका दावा है कि भारत में बड़े रसूखदार लोग उन्हें धमकियां दे रहे हैं। इसी के चलते सरकार ने उन्हें वाई कैटेगरी की सुरक्षा भी मुहैया कराई है। अब सवाल यह है कि वे वाकई धमकियों से डर कर ब्रिटेन भागे हैं या फिर अपने लिए व्यावसायिक संभावनाएं तलाशने वहां गए हैं? बताया जाता है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने यूके के वैक्सीन बिजनस में 240 मिलियन पाउंड का निवेश किया है।
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केंद्र से 2520 करोड़ अग्रिम दिए, पर पूरी नहीं हो पा रही टीके के सप्लाई, अदार ने यूके में शुरू किया कारोबार