भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रणइंदर सिंह ने कहा है कि विदेशी कोचों की जगह अपने देश के कोचों को अधिक से अधिक वेतन पर रखा जाना चाहिये। एक कार्यक्रम में रणइंदर ने कहा, ‘जसपाल (राणा), मनशेर (सिंह), सीमा (तोमर) जैसे अधिकांश भारतीय कोच अभी दिल से और जुनून के साथ काम कर रहे हैं। ऐसे में मेरा काम है कि मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैसे की व्यवस्था करूं ताकि वे खुश रहें।’उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि भविष्य में हमारे पास विदेशी नहीं अपने ही कोच होंगे। हमें स्वयं को ऐसी स्थिति में लाना होगा, जहां भारत अपने ज्ञान के धन पर आत्मनिर्भर हो हालांकि, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि विदेशी कोच खराब हैं।’ उन्होंने विदेशी कोचों की तुलना में भारतीय कोचों के वेतन में असमानता का मामला भी उठाया। विदेशी कोचों को लगभग 4.5 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान किया जाता है। वहीं भारतीय कोचों को कहीं कम। रणइंदर ने कहा, ‘हमें यह समझना चाहिए कि इन कोचों के भी परिवार हैं। महासंघ प्रमुख होने के नाते मेरा यह कर्तव्य है कि उन्हें भी बेहतर रकम मिले।’