मुंबई । दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी के पोते अभिनेता वर्धन पुरी ने फिल्म जगत में अपने करियर बनाने के अनुभव को साझा किया है। उन्होंने कहा कि उनका संघर्ष किसी भी अन्य अभिनेता से अलग नहीं रहा है क्योंकि उनके दादा तब उनके पास नहीं थे जब उन्होंने सिनेमा में कदम रखा था। वर्धन ने बताया, "इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाना बहुत मुश्किल है। लोग इस बात पर यकीन नहीं करेंगे लेकिन यह आसान नहीं था मेरे दादाजी का निधन तब हो गया था जब मैं बहुत छोटा था और वह मेरे लिए कॉल करने या फिल्म निर्मातओं के कार्यालयों में ले जाने के लिए मौजूद नहीं थे।"
अभिनेता ने 2019 में फिल्म 'ये साली आशिकी' से अपनी करियर की शुरूआत की। अभिनेता ने अपने दादा के साथ अपनी शानदार यादों को याद किया। उन्होंने कहा "हर कोई यह जानने के लिए बहुत उत्सुक है कि दादू क्या थे। मेरे पास सबसे अच्छी यादें हैं, जब हम एक साथ फिल्में देखा करते थे। मैं लंबे समय से उस समय को वापस जीना चाहता हूं। मुझे चैप्लिन की फिल्में देखना याद आता है, उस वक्त हम साथ बैठकर नाश्ता करते और ब्रेक के दौरान परिवार से बातचीत करते थे।"
बता दें कि वर्धन आज एक साल और बड़े हो गए और उन्होंने याद किया कि उनके दादाजी उनके जन्मदिन समारोह का एक बड़ा हिस्सा हुआ करते थे। उन्होंने कहा, कि बचपन में, मेरा परिवार, दोस्त और मैं चाचा के खेत मड आइलैंड जाते थे और पूरे दिन खेलों में भाग लेते थे। मेरे दादा-दादी उसने जज हुआ करते थे और पुरस्कार देते थे। यह सबसे अच्छा था। फिलहाल अभिनेता की इस समय कोरोना प्रभावित लोगों की मदद करने की योजना है। उन्होंने कहा, "यह जन्मदिन मैं कोविड से पीड़ित रोगियों को चिकित्सा सेवा देने के लिए एक एनजीओ के साथ हूं। इसके अलावा, रात के खाने के बाद मैं अपने माता-पिता, मेरी बहन साची, उनके पति निशांत और मेरे साथ रहने वाले मेरे सहायकों के साथ समय बिताने की योजना बना रहा हूं। उसके बाद, मैं करीबी दोस्तों और परिवार के साथ एक जूम कॉल पर मिलूंगा और शायद कुछ गेम खेलूंगा। मैं इस बार सरलता से मनाना चाहता हूं। मैं हर चीज के साथ जश्न मनाने के मूड में नहीं हूं।" वर्कफ्रंट की बात करें तो अभिनेता अब अगली फिल्म 'द लास्ट शो' में दिखाई देंगे।
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इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाना बहुत मुश्किल: वर्धन पुरी