मुन्नार । केरल के मुन्नार में पिछले महीने कोरोना नियमों का उल्लंघन करते हुए एक वार्षिक कार्यक्रम में शामिल होने वाले चर्च ऑफ साउथ इंडिया के 100 से ज्यादा पादरी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले दो पादरियों की मौत भी हो गई है। केरल पुलिस ने अब इस मामले की जांच शुरू कर दी है। संक्रमित होने वालों में चर्च ऑफ साउथ इंडिया के साउथ केरल बिशप फादर धर्मराज रसलम भी शामिल हैं। वहीं, कार्यक्रम में शामिल होने वाले 52 वर्षीय फादर बिजूमन और 43 वर्षीय रेव शाइन बी राज की बीते हफ्ते कोरोना से मौत हो गई। हालांकि, सीएसआई ने इसको लेकर सवाल के जवाब देने से इनकार कर दिया है लेकिन चर्च के कुछ लोगों ने मामले की पुष्टि की है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस मामले को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया और कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन को जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब स्थिति इतनी खतरनाक है तो इस तरह के आयोजन नहीं होने चाहिए थे। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संक्रमित पाए गए 40 पादरियों का इलाज काराकोनम में स्थित मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। अस्पताल प्रशासन ने भी इस मामले में जवाब देने से इनकार कर दिया है। इडुक्की जिला कलेक्टर एच दिनेश ने बताया, 'कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन से मंजूरी नहीं ली गई थी। हम मामले की जांच कर रहे हैं। हम आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। चर्च के अंदर के सूत्रों ने बताया कि यह कार्यक्रम 13 से 17 अप्रैल के बीच हुई। इस दौरान सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं और कार्यक्रम में 350 पादरियों के साथ ही अन्य लोगों ने भी हिस्सा लिया। कुछ युवा पादरियों ने कोरोना काल में इस कार्यक्रम को लेकर सवाल भी उठाए लेकिन उन्हें चर्च प्रशासन ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की धमकी देकर चुप करवा दिया। हालांकि, चर्च के एक प्रवक्ता ने इस खबर को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि ये सब चर्चा की छवि खराब करने की कोशिश है। हालांकि, प्रवक्ता ने यह माना कि चर्च के दो पादरियों का कोरोना के कारण निधन हुआ है।
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कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाकर केरल में जुटे 350 पादरी