पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर ने भारत के साथ संबंध आम चुनाव के बाद सुधरने की उम्मीद जाहिर की। भारत में कुछ महीने बाद आम चुनाव होने जा रहे हैं। असद ने पेशावर में चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री को संबोधित करते हुए सभी पड़ोसी देशों के साथ व्यापारिक संबंध बनने के अपने दृष्टिकोण की जानकारी दी। उन्होंने कहा, मुख्य तौर पर पश्चिमी विशेषज्ञों का मानना है कि भारत और पाकिस्तान सहित क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ाना महत्वपूर्ण है। हालांकि उन्होंने कहा कि यह तत्काल संभव नहीं हैं क्योंकि भारतीय चुनाव में पाकिस्तान भी एक मुद्दा होता है। असद ने कहा, जहां तक पूर्व (भारत) की बात है, ऐसा लगता है कि भारत में चुनाव हो जाने तक इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हो सकती है। उनका आधा चुनावी अभियान पाकिस्तान विरोधी भावना पर केंद्रित होता है। अभी वे इसी में व्यस्त होंगे। एक बार चुनाव हो जाये, हम उम्मीद करते हैं कि उनका व्यवहार बेहतर होगा। बता दें कि भारत के सभी प्रयासों के बाद भी पाकिस्तान ने लगातार रिश्ते बिगाड़ने का काम किया है। 2015 में अपने अफगानिस्तान दौरे के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी अचानक से पाकिस्तान पहुंच गए थे। इसे रिश्ते सुधारने की ओर उठाए गए एतिहासिक कदम के तौर पर माना गया था। इसके बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने जम्मु-कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकी हमला करके एक बार फिर भारत को हिलाकर रख दिया। इससे मजबूर भारत को सख्त विदेश नीति अपनानी पड़ी जिसके तहत फैसला किया गया कि आतंक और बातचीत दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते। तब से भारत-पाक के बीच बातचीत बंद है।