कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हुई हिंसा के मद्देनजर टीम भेजने के मामले कहा, 'सरकार को काम संभाले 24 घंटे भी नहीं हुए हैं और वे यहां टीमें और मंत्रियों को भेज रहे हैं।' तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेने वाली ममता ने कहा, 'कोई भी जो बाहर से आएगा, भले ही वह स्पेशल फ्लाइट से हो, हम उसका कोरोना टेस्ट करेंगे, इस मामले में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।
ज्ञात रहे कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चार सदस्यीय टीम को जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए बंगाल भेजा है। राज्यभर से और सोशल मीडिया में आई रिपोर्ट्स में आरोप लगाया गया है कि तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता, भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर हमला कर रहे हैं। दूसरी ओर, टीएमससी का कहना है कि इसमें से ज्यादातर रिपोर्ट फर्जी हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से समय गंवाए बगैर ऐसे मामले में उपयुक्त कदम उठाने के लिए कहा है। सीएम ममता बनर्जी ने राजनीतिक हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की है।
ममता ने गुरुवार को कहा, 'कुछ केंद्रीय मंत्री चुनाव के बाद राज्य में हिंसा भड़काने की कोशिाश कर रहे हैं। हमने सभी राजनीतिक सभाओं पर बैन लगा दिया है। वे (भाजपा) लोगों के जनादेश को स्वीकार नहीं कर सकते, इसलिए ऐसा कर रहे हैं।' बीजेपी प्रमुख जेपी नड्ढा, जो हिंसा के चलते राज्य के दो दिन के दौरे पर है, ने दावा किया कि 14 बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत हुई है और करीब एक लाख लोगों को घर से भागना पड़ा है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के दौरान ही राज्य में हिंसा की खबरें सोशल मीडिया पर आई थीं भाजपा ने आरोप लगाया था कि उसके पार्टी दफ्तर में आग लगा दी गई। पार्टी ने आगजनी के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों से इनकार किया था। बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने हिंसा को लेकर किए गए ट्वीट में लिखा था, "ममता जी को जीत की बधाई! हम जनता का फैसला स्वीकार करते हैं और वादा करते हैं कि विधानसभा में विपक्ष की रचनात्मक भूमिका निभाएंगे लेकिन, आप अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने के निर्देश दें, ताकि वे जीत की ख़ुशी में हमारे कार्यालयों को नुकसान न पहुंचाएं।"
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सरकार को काम संभाले 24 घंटे भी नहीं हुए हैं और वे यहां टीमें और मंत्रियों को भेज रहे हैं - ममता