नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। राजधानी में आज 19 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की भारी कमी हो रही है। ऐसे में सरकार ने शहर के कुछ ऑटोरिक्शा को एबुलेंस में तब्दील कर दिया है जिसके जरिए कोरोना मरीजों को ले जाया जा सके। कोरोना के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से मरीजों को समय पर एंबुलेंस नहीं मिल रही है। साथ ही स्वास्थ्य सेवा की स्थिति चरमरा गई है। मरीजों के परिवार को निजी एबुलेंस चालकों को बहुत ज्यादा पैसे देकर मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। दिल्ली सरकार ने एक गैर सरकारी संगठन के साथ मिलकर एक दर्जन से ज्यादा ऑटोरिक्शा को एंबुलेंस में तब्दील कर दिया है। इनमें हैंड सैनिटाइजर और फेम मास्क के साथ ही जरूरत पड़ने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था की गई है। इस सेवा की शुरुआत आधिकारिक तौर पर मंगलवार को हुई। यह पूरी तरह से मुफ्त है। पीपीई किट पहनकर मरीजों को लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल लेकर जाने वाले ऑटोरिक्शा ड्राइवर राज कुमार ने कहा, 'इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए हम सभी को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।' उनके और उनके पीछे बैठने वाले यात्रियों के बीच एक प्लास्टिक बैग के जरिए विभाजन किया गया है। मोहित राज ने कहा, 'अगर हर कोई डर की वजह से घर में रहेगा तो जरूरतमंद लोगों की मदद कौन करेगा?' मोहित टर्न योर कंसर्न इन एक्शन फाउंडेशन के संस्थापक और कार्यकारी निदेशक हैं। उन्होंने कहा कि अब तक की प्रतिक्रिया से पता चला है कि इस योजना में और अधिक वाहनों की जरूरत है।
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दिल्ली सरकार ने ऑटोरिक्शा को बनाया एंबुलेंस